बलरामपुर-रामानुजगंज: लगातार हो रही बारिश के बीच रामानुजगंज नगर में जन संसाधन विभाग की लापरवाही उजागर हुई है. कन्हर नदी पर बने एनीकट के छह में से केवल तीन गेट ही खोले गए हैं,जबकि शेष तीन गेट अब तक बंद पड़े हुए हैं. इस कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और अतिरिक्त पानी एनीकट के ऊपर से बहने लगा है.
बीते दिनों आई बाढ़ के दौरान फकीरवा नाला होते हुए पानी नगर के वार्ड क्रमांक 13, 14 और 15 तक पहुंच गया था, जिससे आमजन को भारी परेशानी झेलनी पड़ी थी. इसके बावजूद विभाग द्वारा शेष गेट नहीं खोले गए. मंगलवार की शाम कई घंटों तक हुई मूसलाधार बारिश के बाद एक बार फिर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और एनीकट के ऊपर से पानी बहता नजर आया. इससे आसपास के मोहल्लों में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते सभी गेट खोल दिए जाते तो जल बहाव नियंत्रित रहता और खतरा नहीं बढ़ता. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि तत्काल बंद गेट खोले जाएं और भविष्य में इस तरह की लापरवाही न की जाए, ताकि जनहानि और संपत्ति का नुकसान टल सके.
इस मामले में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता एनपी डहरिया ने बताया कि एनीकट के तीन गेट न खुलने का कारण लिफ्टिंग रॉड की चोरी है. अज्ञात चोरों के खिलाफ रिपोर्ट रामानुजगंज थाने में दर्ज कराई गई है. उन्होंने कहा कि जैसे ही जलस्तर नियंत्रित होगा, शेष तीनों गेट भी खोल दिए जाएंगे.
वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बरसात शुरू होने से पूर्व ही जल संसाधन विभाग को सभी गेट खुलवाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि शेष गेट खुलना बेहद आवश्यक है, क्योंकि छठ पर्व निकट है और यदि पानी का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो नगरवासियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.