गौ-तस्करी के खिलाफ बलरामपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, फरार मुख्य आरोपी तौफ़ीक़ अंसारी सहित दो गिरफ्तार

बलरामपुर: बलरामपुर पुलिस ने गौ-वंशीय पशुओं की तस्करी के एक संगठित गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी तौफ़ीक़ अंसारी और उसके सहयोगी मोस्ताक अंसारी को झारखंड के रंका थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. यह कार्रवाई थाना बलरामपुर में दर्ज मामले के तहत की गई, जिसमें अब तक कुल 09 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. यह मामला 4 मई 2025 को सामने आया था, जब बलरामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस को सूचना मिली कि कुछ तस्कर 6 बैलों को पिकअप वाहन में भरकर झारखंड की ओर ले जा रहे हैं.
त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मवेशियों से भरा वाहन जब्त कर लिया, जबकि चालक सहित अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए थे. इस मामले में पुलिस ने छत्तीसगढ़ कृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम की धाराएं 4, 6, 10 तथा पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11(1)(घ) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था. साथ ही, संगठित अपराध की पुष्टि होने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 111 भी जोड़ी गई.

विवेचना के दौरान पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त दो पिकअप वाहनों को जब्त किया. एक वाहन में पशु भरे थे, जबकि दूसरा वाहन पायलटिंग कर रहा था, ताकि पुलिस की नजरों से बचा जा सके. पुलिस ने तकनीकी और पारंपरिक दोनों तरीकों से जांच करते हुए स्थानीय दलालों, पशु विक्रेताओं, खरीदारों और झारखंड के व्यापारियों तक की भूमिका को चिन्हित किया.
इस कड़ी में अब तक 7 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था. फरार चल रहे मुख्य आरोपी तौफ़ीक़ अंसारी और मोस्ताक अंसारी की तलाश में 23 अगस्त 2025 को थाना सिटी कोतवाली बलरामपुर द्वारा एक विशेष टीम का गठन कर झारखंड के ग्राम सोनपूर्वा, थाना रंका भेजा गया. वहां रेड कार्रवाई कर दोनों आरोपियों को पकड़ा गया.
पूछताछ में आरोपियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की, जिसके बाद उन्हें विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया. जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया. बलरामपुर पुलिस की इस सशक्त और सतत कार्रवाई से क्षेत्र में गौ-तस्करों के हौसले पस्त हो गए हैं. पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुरूप ऐसी अवैध गतिविधियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई जारी रहेगी.
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