बांदीकुई: दौसा-कठूमर स्टेट हाईवे पर भरे बारिश के पानी ने खोली नगरपालिका की विकास योजनाओं के पोल

दौसा: जिले के बांदीकुई शहर में गुढाकटला रोड़ दिल्ली फाटक से मुकरपुरा चौराहे के बीच में पक्का नाला नहीं होने की वजह से सड़क के बीच में कई जगह तालाबनुमा बारिश का पानी भराव की समस्या होने के कारण आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस रास्ते में लगभग एक दर्जन से अधिक आवासीय कॉलोनी के 7000-8000 नागरिको एवं समस्त शहरवासियों का लाइफ लाइन भी कहा जाता है.

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बात दौसा-कठूमर MDR-48 स्टेट हाईवे की बांदीकुई शहर को आस-पास के गांवो से जोड़ने वाला मुख्य सड़क मार्ग है. उल्लेखनीय है कि इस रास्ते पर 8 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालय संचालित है जिनमें लगभग 5000 से अधिक विद्यार्थियों का अध्ययन के लिएइसी सड़क मार्ग से आते जाते.

इस प्रमुख मार्ग में ही सिंचाई विभाग, तहसील कार्यालय, राजकीय अम्बेडकर छात्रावास, 3 निजी अस्पताल BCMHO कार्यालय एवं CBEO कार्यालय संचालित है. जिनके लिये समस्त कार्मिको एवं आमजन का आना-जाना रहता है.आमजन की एक दर्जन कॉलोनियों के निवासियों के लिये रेलवे स्टेशन, बस स्ट्रेण्ड, राजकीय चिकित्सालय, मुख्य बाजार, सब्जी मण्डी सहित व्यावसायिक प्रतिष्ठिानों के लिए आने जाने के लिए एकमात्र मार्ग है.

बांदीकुई शहर के सड़क मार्ग पर जगह-जगह भारी जल भराव होने के कारण आमजन को पिछले 4-5 साल से लगातार भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिससे स्कूल के विद्यार्थियों वृद्धजनों एवं महिलाओं को कई बार फिसलन होकर चोटग्रस्त होने की वजह से घायल होना पड़ रहा है. पानी के निख्तर लम्बे समय तक भराव रहने के कारण मक्खी, मच्छर इत्यादि से मौसमी बीमारियों का खतरा बना हुआ है.

इस समस्या के समाधान स्थानीय नगरपालिका और उपखण्ड प्रशासन बांदीकुई को कई बार लिखित में निवेदन किया जा चुका है लेकिन प्रशासन इस मामले को लेकर मूक दर्शक बना हुआ है शहरवासियों ने कई बार आन्दोलन एवं धरना प्रदर्शन भी किया जा चुका है लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

इस कारण ये समस्या लगातार बढ़ती जा रही है जिससे आमजनता में भारी आक्रोश है।इस बारिश के पानी भराव की समस्या को लेकर आज क्षेत्र के आमजन ने मीटिंग आयोजित कर इस बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम पत्र भेजकर सर्व सम्मति से निर्णय लिया कि जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार इस समस्या का 10 दिन में इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया तो प्रशासन के खिलाफ आमजनता की ओर से धरना प्रदर्शन कर उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी है.

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