प्रदेश में रह रहे अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। राजधानी रायपुर के टिकरापारा थाना क्षेत्र से एक संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक परिवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मो. दिलावर नामक व्यक्ति, उसकी पत्नी परवीन बेगम समेत नाबालिग बच्चे को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी दस्तावेजों के सहारे लंबे समय से रायपुर में रह रहे थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी ने भारतीय नागरिकता से संबंधित फर्जी दस्तावेज तैयार कर स्थानीय निवासियों की तरह जीवन यापन शुरू कर दिया था। उसके पास से आधार कार्ड, राशन कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। साथ ही उसकी पत्नी और बच्चे के दश्तावेजों की भी जांच की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक परिवार शहर के धर्मनगर इलाके में किराए का मकान लेकर रहा रहा था। वह अंडे का ठेला लगाता था। परिवार बांग्लादेश के मुंशीगंज स्थित मुख्तारपुर थाना क्षेत्र का मूल निवासी है। टिकरापारा थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसके तार किसी आतंकी या अंतरराष्ट्रीय गिरोह से तो नहीं जुड़े हैं।
पहले भी तीन सगे भाई गिरफ्तार
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से राज्य में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है। प्रशासन की ओर से प्रदेश भर में संदेह के आधार पर लोगों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। संदिग्ध लोगों की पहचान की जा रही है। चार महीने पहले भी तीन बांग्लादेशी सगे भाई मो. इस्माइल, शेख अकबर और शेख साजन को मुंबई से गिरफ्तार किया गया था, जो फिलहाल जेल में बंद हैं। इन सभी मामलों में फर्जी दस्तावेज तैयार कराने वाले गिरोह का एक मुख्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
भिलाई से भी महिलाएं गिरफ्तार
बता दें कि दुर्ग जिला पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में भिलाई व उसके आस-पास के क्षेत्र से कई बंग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग यहां फर्जी दस्तावेज बनाकर और नाम बदलकर कई सालों से रह रहे थे। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। जिसके बाद पुलिस ने शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी छानबीन कर रही है।