ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के सीधे साधे लोगों से उनके बैंक खातों को हर माह निश्चित रकम देने का प्रलोभन देकर अपने पास रख ठगी के पैसों का ट्रांजक्शन किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिले से करीब पांच सौ से अधिक बैंक खाते से दूसरे राज्यों खासकर कोलकाता व झारखंड में ट्रांजेक्शन की जानकारी पुलिस जांच में सामने आई है, जो पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बनी हुई है।
मामले में विवेचना के दौरान म्यूल अकाउंट खाता धारक चन्द्र देव पैकरा से पूछताछ करने पर बताया गया कि मेरा एक्सिस बैंक में खाता है, जिसे मैंने अपने साथी कमलेश्वर सिंह के कहने पर खोलकर तीन सौ रूपए प्रतिमाह के दर पर किराए पर दिया था। इसके एवज में मुझे कमलेश्वर सिंह से 1500 रुपए प्राप्त हुए थे।
फिर कमलेश्वर सिंह से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह चन्द्रदेव का खाता खुलवाकर उसका खाता, अपने एक अन्य पड़ोसी रूपन पैकरा व स्वयं के 8 बैंकों के खाते को किराए पर दिया था। इसके एवज में प्रत्येक करंट अकाउण्ट के बदले दो हजार रुपए प्रतिमाह व सेविंग अकाउण्ट के बदले 1000 रुपए प्रतिमाह प्राप्त करता था। साथ ही किराए के खाते को ऑनलाइन ठगी के जरिए मिलने वाली रकम को ट्रान्सफर करने के लिए उपलब्ध कराता था।
म्यूल अकाउंट से फर्जीवाड़े के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर दिया है। बिश्रामपुर पुलिस ने बताया कि दो दिनों पूर्व एएसपी कार्यालय से म्यूल अकाउंट से संबंधित अपराध पंजीबद्ध करने हेतु जांच प्रतिवेदन प्राप्त हुआ था।
इस पर धारा 413, 420, 120 बी आईपीसी व बीएनएस की धारा 317 (4) 318 (2) व 61 (2) (ए) का जुर्म दर्ज करते हुए तीन आरोपियों करंजी चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोनपुर सु के बोदेलीपारा निवासी चंद्रदेव पैकरा पिता लालबरन पैकरा उम्र 24 वर्ष, कमलेश्वर सिंह पिता बसंत सिंह उम्र 29 वर्ष व रूपन पैकरा पिता चुन्नूलाल पैकरा उम्र 25 वर्ष को गिरफ्तार किया है।
इनके पास से म्यूल अकाउण्ट से संबंधित पासबुक, एटीएम व चेकबुक जब्त किया गया है। कार्रवाई में बिश्रामपुर थाना प्रभारी टीआई अलरिक लकड़ा, एएसआई अविनाश सिंह, प्रधान आरक्षक नवीन सिंह, सोहर लाल पावले, आरक्षक जय प्रकाश यादव, आसिफ अख्तर, योगेश्वर पैकरा, मनोज शर्मा, कृष्णा सिंह व प्यारे लाल राजवाड़े सक्रिय रहे।