आज 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी है। छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देशभर में गणपति बप्पा विराजमान होंगे। घरों के साथ-साथ समितियां भी जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हैं। शहरभर में पंडाल बन चुके हैं। सोमवार से गणेश पंडालों में धूमधाम से मूर्तियां आनी शुरू हो गई हैं।
पिछले साल की तरह इस साल भी रायपुर शहर में AI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से फोटो तैयार कर बप्पा की मूर्ति बनाई गई है। राजधानी के अलग-अलग इलाकों में थीम आधारित पंडाल बनाए गए हैं। सभी पंडालों में बप्पा के विराजमान होने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
वहीं रायपुर के गोलबाजार में श्री बजरंग नवयुवक मित्र मंडल गणेशोत्सव समिति गणपति का स्वर्ण श्रृंगार करेगी। बप्पा को सोने का मुकुट पहनाएंगे। 2018 से ये अनूठी रस्म अदा की जा रही है। भगवान को 750 ग्राम के सोने का मुकुट पहनाया जाता है, जिसकी बाजार में वर्तमान कीमत करीब 70 लाख से अधिक है।
गोल बाजार स्थित श्री बजरंग नवयुवक मित्र मंडल गणेशोत्सव समिति का आयोजन का यह 116वां साल है। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल, सांसद बृजमोहन अग्रवाल समेत कई विधायक और नेता मौजूद रहेंगे।
AI से बनी अनोखी गणेश प्रतिमा, बप्पा की आंखों की पलकें भी झपकेंगी
रायपुर के लाखे नगर में इस बार गणपति बप्पा की अनोखी प्रतिमा स्थापित की गई है। इस प्रतिमा की खासियत यह है कि इसे तैयार करने से पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से डिजाइन जनरेट किया गया। यही नहीं, पहली बार गणेश प्रतिमा में ऐसी तकनीक जोड़ी गई है, जिसमें बप्पा की आंखों की पलकें खुलती और बंद होती हैं। इसके लिए प्रतिमा के अंदर मोटर फिट की गई है।
श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार
लाखे नगर में आज शाम को बप्पा का फेस रिवील किया जाएगा, जिसका श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार है। पिछले साल भी लाखे नगर की गणेश प्रतिमा छत्तीसगढ़ में चर्चा का विषय बनी थी। दूर-दराज़ से लोग बप्पा के दर्शन करने पहुंचे थे। इस बार की प्रतिमा भी आकर्षण का केंद्र बनने जा रही है।
शिव महिमा की थीम पर पंडाल
रायपुर के गुढियारी गणेशोत्सव समिति की ओर से हर साल थीम बेस पंडाल तैयार किया जाता है। इस बार भगवान शिव की जीवंत लीलाओं में पंडाल को सजाया गया है। 15 हजार वर्गफीट में लगे पंडाल में तरह-तरह की चलित झांकियां होंगी।
इसमें आप अर्धनारीश्वर, सावन की पूजा ,गंगा अवतरण, मार्कंडेय ऋषि का उद्धार, सागर मंथन, भोले की बारात ,शंकर-पार्वती के फेरे ,रावण का कैलाश पर्वत उठाना, कैलाश मानसरोवर की झांकी खास रहेगी।
इसी गलियारे से होते हुए लोग आखिरी में गणपति दर्शन कर पाएंगे। ब्रह्मांड की तरह पंडाल बना है, जिनमें सौर मंडल के ग्रहों के बीच बप्पा दिखाई देंगे। करीब 25 लाख रुपए की लागत से पंडाल तैयार किया गया है। समिति के आयोजन का यह 105वां साल है।
धूमकेतु अवतार में बप्पा
38 साल से गणेश प्रतिमा स्थापित कर रहे श्री भारतीय समाज समिति तात्यापारा में इस बार धूमकेतु अवतार में बप्पा को विराजित करेंगे। राजवाड़ा किला के थीम पर पंजाल को सजाया गया है। वहीं गणेश आगमन भी बड़े भव्य तरीके से किया गया। आज विधिविधान से गणेश जी की पूजा की शुरुआत होगी।