उत्तर प्रदेश के बरेली के एक प्राइवेट स्कूल से चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां ट्यूशन पढ़ने से इनकार करने पर एक टीचर ने छात्रा की खूब पिटाई की. टीचर छात्रा को उनके पास ट्यूशन पढ़ने के लिए जबरदस्ती कर रही थी. छात्रा के इनकार करने पर उसे इतना पीटा की उसके कान में गंभीर चोट आई. आरोप है कि उसके कान का पर्दा फट गया, जिससे उसे सुनाई भी नहीं दे रहा है. जब छात्रा के माता-पिता स्कूल में शिकायत करने गए तो प्रिंसिपल और उनकी पत्नी ने परिजनों के साथ भी बदसलूकी की. अब पीड़ित परिवार ने मामले में थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
दरअसल बरेली के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के खजुरिया सैदपुर के रहने वाले अकरम की बेटी माहिरा इंडो पब्लिक स्कूल में कक्षा 5 में पढ़ती है. उसके पिता का आरोप है कि स्कूल के प्रिंसिपल जुल्फिकार, उनकी पत्नी साहनी और शिक्षिका सबनूर विद्यार्थियों पर जबरन ट्यूशन पढ़ने के लिए दबाव डालते हैं, जो बच्चे ट्यूशन लेने से मना कर देते हैं. उन्हें स्कूल में प्रताड़ित किया जाता है. बुधवार को उनकी बेटी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.
गुस्से में बच्ची को मारा थप्पड़
उन्होंने बताया कि टीचर सबनूर ने माहिरा और बाकी बच्चों से जबरन ट्यूशन पढ़ने के लिए कहा, लेकिन जब उन्होंने मना किया तो गुस्से में आकर टीचर ने उनकी पिटाई कर दी. इस दौरान माहिरा के एक कान पर इतनी तेज थप्पड़ मारा कि उसके कान में तेज दर्द होने लगा और कान का पर्दा ही फट गया. अब माहिरा को सुनाई नहीं दे रहा है. घर पहुंचकर जब छात्रा ने अपने माता-पिता को यह बात बताई तो वह तुरंत स्कूल पहुंचे.
प्रिंसिपल ने की बदसलूकी
माहिरा के पिता अकरम जब स्कूल पहुंचे और शिक्षिका सबनूर से अपनी बेटी की पिटाई को लेकर सवाल किया तो प्रिंसिपल जुल्फिकार और उनकी पत्नी साहनी भड़क गए. अकरम का आरोप है कि दोनों ने उनके साथ हाथापाई की और जब उन्होंने अपनी बेटी की टीसी ट्रांसफर सर्टिफिकेट मांगी तो उन्हें धक्के देकर स्कूल से बाहर निकाल दिया गया.
पुलिस ने किया मामला दर्ज
पूरी घटना के बाद अकरम ने बिथरी चैनपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छात्रा को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा, जिससे पुष्टि हुई कि छात्रा के कान में चोट आई है. पुलिस ने प्रिंसिपल जुल्फिकार, उनकी पत्नी साहनी और शिक्षिका सबनूर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं प्रधानाचार्य जुल्फिकार ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि स्कूल में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. उनका कहना है कि ट्यूशन को लेकर जबरदस्ती करने का आरोप गलत है.