बरेली: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब असहाय लोगों को सरकार के द्वारा आवास दिए जा रहे है, जिससे कोई भी व्यक्ति खुले में न सो पाए इसी योजना के तहत एक सचिव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वीडियो में सचिव रुपए मागते हुए नजर आ रहा है, ग्रामीणों के द्वारा अगर आवास के रिश्वत में रूपये दे दिए जाते है तो उनकी किश्त खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है अगर किसी पात्र व्यक्ति ने रिश्वत के रुपए नही दिए तो उनकी किश्त अधिकारियों के द्वारा रोक दी जाती है. सचिव के द्वारा रुपए मांगने का वीडियो वहा बैठे किसी ग्रामीण ने अपने मोबाइल से बनाया और उसको सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया ,ग्रामीण ने सचिव की शिकायत सीडीओ जग प्रवेश से की. वायरल वीडियो की जांच सीडीओ ने शुरू कर दी है.
वायरल वीडियो में दस दस हजार रुपए की वसूली की बात की जा रही है, वीडियो में एक युवक दिखाई दे रहा है, जिसके हाथ में पांच सौ के कई नोट दिखाई दे रहे है और वो कई ग्रामीणों के नाम ले रहा है और बोलते हुए नजर आ रहा है कि, इतने लोगो से आवास के नाम पर रुपए ले लिए गए है, युवक का ऐसा बोलते हुए सामने बैठे किसी ग्रामीण ने अपने मोबाइल मे कैद कर लिया और कुछ ही देर बाद उसको सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया ,जैसे ही वसूली की बात का वीडियो वायरल हुआ उसके बाद सचिव के होश उड़ गए मामले की ग्रामीणों ने सीडीओ जग प्रवेश से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है.
बता दे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केंद्र सरकार लाभार्थियों के खाते में सीधे रुपए ट्रांसफर करती है पर किसी न किसी तरह अधिकारी वसूली के रुपए लेने का तरीका ढूंढ लेते है. अगर किसी पात्र व्यक्ति ने वसूली के रुपए देने से मना किया तो उसके खाते में आवास योजना के तहत रुपए नही आते है ,अब देखना है कि, वायरल हुए वीडियो की सीडीओ जांच कर क्या कार्यवाही करते है.
वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.