बड़वानी के ग्राम लोहारा पुनर्वास में रविवार को अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब एक ज़हरीला किंग कोबरा गजू कहार के घर में घुस आया। सांप सीधे घर के आंगन में रखे मछली पकड़ने के जाल की ओर बढ़ा और उसमें फंस गया। जाल में उलझते ही सांप बार-बार फुफकारने लगा, जिससे परिवार के लोग डर के मारे बाहर भाग गए और पूरे मोहल्ले में खबर फैल गई।
घटना के समय बच्चे और महिलाएं सुरक्षित दूरी से स्थिति को देख रहे थे, जबकि पुरुष सांप की हरकतों पर नजर रख रहे थे। कोबरा जाल से खुद को छुड़ाने की कई कोशिशें करता रहा, लेकिन उलझकर ही रह गया। परिवार और पड़ोसियों ने तुरंत सर्प मित्र निलेश उपाध्याय को सूचित किया।
लगभग दोपहर 12 बजे निलेश उपाध्याय मौके पर पहुंचे। उन्होंने पहले स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया और फिर सावधानीपूर्वक मछली पकड़ने के जाल को काटना शुरू किया। मशक्कत और धैर्य के बाद कोबरा को सुरक्षित बाहर निकाला गया। भीड़ ने पूरे घटनाक्रम को सांस थामकर देखा।
निलेश उपाध्याय ने कोबरा को बिना किसी चोट के रेस्क्यू किया और बाद में उसे पास के जंगल में छोड़ दिया। इस साहसिक कार्य के बाद मोहल्ले में राहत की लहर दौड़ गई और लोगों ने सर्प मित्र की प्रशंसा की।
घटना ने यह दिखाया कि जंगल के जंगली जीव कभी भी मानव निवास में प्रवेश कर सकते हैं और ऐसे समय में सावधानी और विशेषज्ञ मदद कितनी महत्वपूर्ण होती है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर निलेश उपाध्याय समय पर नहीं आते, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
सर्प मित्र ने बताया कि कोबरा जैसे ज़हरीले सांपों को संभालना बेहद जोखिम भरा होता है और इसके लिए अनुभव और सही उपकरण जरूरी हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें लोग निलेश उपाध्याय के साहस और कौशल की सराहना कर रहे हैं।
मोहल्ले के लोग अब और अधिक सतर्क रहने की बात कह रहे हैं ताकि भविष्य में जंगली जीवों के घर में प्रवेश की स्थिति में समय पर सुरक्षित कार्रवाई की जा सके। घटना ने बड़वानी में वन्यजीवों और मानव जीवन के बीच संतुलन की आवश्यकता को भी उजागर किया है।