नई दिल्ली। एशिया कप 2025 के विवाद के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने महिला वनडे वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर कड़ा फैसला लिया है। बीसीसीआई ने निर्देश दिया है कि भारतीय महिला टीम के खिलाड़ी पाकिस्तान की टीम के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे। यह नीति टॉस से लेकर मैच के बाद तक लागू होगी। बोर्ड के इस निर्णय में खिलाड़ियों का पूरा समर्थन है और उन्हें पहले ही इस बारे में सूचित किया जा चुका है।
महिला वर्ल्ड कप का टूर्नामेंट 30 सितंबर से शुरू हो चुका है और 5 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान की टीम आमने-सामने होंगी। सूत्रों के अनुसार, टॉस के समय भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर और पाकिस्तानी कप्तान फातिमा सना के बीच हाथ नहीं मिलाया जाएगा। साथ ही मैच से पहले या बाद में फोटोशूट या हैंडशेक की कोई प्रक्रिया नहीं होगी। बीसीसीआई ने यह नीति पिछले एशिया कप के फाइनल के अनुभव के आधार पर लागू की है, जब टॉस के समय रवि शास्त्री ने पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा से हाथ नहीं मिलाया था।
महिला वर्ल्ड कप 2025 की मेजबानी भारत और श्रीलंका संयुक्त रूप से कर रहे हैं। भारत और पाकिस्तान का मैच न्यूट्रल वेन्यू पर खेला जाएगा। लीग स्टेज में दोनों टीमों की भिड़ंत श्रीलंका के कोलंबो में तय की गई है। अगर दोनों टीमें सेमीफाइनल या फाइनल में भी मिलती हैं, तो न्यूट्रल वेन्यू के विकल्प को पहले से ही रखा गया है।
बीसीसीआई के इस कदम का उद्देश्य खिलाड़ियों के बीच अनुशासन बनाए रखना और किसी भी विवाद से बचना बताया जा रहा है। बोर्ड का कहना है कि खिलाड़ी केवल खेल पर ध्यान दें और किसी राजनीतिक या वैचारिक तनाव में शामिल न हों। इस निर्णय से महिला खिलाड़ियों को स्पष्ट दिशा मिल गई है और उनका फोकस पूरी तरह मैच पर रहेगा।
इस नीति के लागू होने से क्रिकेट प्रेमियों के बीच भारत-पाकिस्तान मुकाबले की रोचकता तो बनी रहेगी, लेकिन पारंपरिक हैंडशेक और मिलनसार अंदाज देखने को नहीं मिलेगा। भारतीय टीम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि खेल भावना के बावजूद बीसीसीआई की ‘नो हैंडशेक’ नीति का पालन किया जाएगा।