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छत्तीसगढ़ हो या फिर बिहार, इन 6 राज्यों में सबसे ज्यादा महंगाई की मार

देश में सितंबर महीने के महंगाई के आंकड़ें आ गए हैं. देश में खुदरा महंगाई 9 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गई है. सितंबर में महंगाई 5.49 फीसदी देखने को मिली है. जो कि RBI के टॉलरेंस लेवल से अभी मामूली रूप से कम है. लेकिन देश में अभी आधा दर्जन राज्य ऐसे हैं, जहां पर महंगाई 6 फीसदी से ज्यादा देखने को मिली है. जिनमें उसे दो राज्य 7 फीसदी से ऊपर टाप गए हैं. जी हां, बिहार और छत्तीसगढ़ ऐसे राज्य हैं, जहां सितंबर के महीने में सबसे ज्यादा महंगाई देखने को मिली है. अगर बात सितंबर महीने में सबसे कम महंगाई वाले राज्य की करें तो दिल्ली है. जहां पर अभी 4 फीसदी से कम की महंगाई दर देखने को मिली है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश के कौन—कौन से राज्यों में महंगाई दर सितंबर के महीने में 6 फीसदी से ज्यादा देखने को मिली है.

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बिहार समेत 6 राज्यों में 6 फीसदी से ज्यादा महंगाई

सरकारी आंकड़ों के अनुसार बिहार और छत्तीसगढ़ में 7 फीसदी से ज्यादा खुदरा महंगाई दर देखने को मिली है. बिहार में सबसे ज्यादा 7.50 फीसदी और छत्तीसगढ़ में 7.36 फीसदी महंगाई दर देखी गई. वहीं दूसरी ओर उत्तरप्रदेश 6.74 फीसदी, ओडिशा 6.56 फीसदी, हरियाणा 6.20 फीसदी और गुजरात में 6.05 फीसदी महंगाई देखी गई.

8 राज्यों में 5 फीसदी से ज्यादा महंगाई दर

सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में 8 राज्यों की लिस्ट ऐसी है, जहां पर 6 फीसदी से कम लेकिन 5 फीसदी से ज्यादा महंगाई दर देखने को मिली है. सितंबर के महीने में मध्यप्रदेश में 5.94 फीसदी महंगाई दर देखी गई. वहीं केरल में ये आंकड़ा 5.52 फीसदी देखने को मिला. राजस्थान 5.31 फीसदी, पंजाब 5.25 फीसदी, तमिलनाडु 5.19 फीसदी, झारखंड 5.15 फीसदी, महाराष्ट्र 5.04 और जम्मू कश्मीर में 5.02 फीसदी देखने को मिली है.

दिल्ली में सबसे कम महंगाई

अगर बात देश में सबसे कम महंगाई दर वाले राज्य की करें तो इसमें नाम देश की राजधानी दिल्ली का सामने आ रहा है. जहां पर महंगाई दर 4 फीसदी से भी कम है. आंकड़ों के अनुसार सितंबर के महीने में दिल्ली में महंगाई दर 3.67 फीसदी देखने को मिली है. वहीं दूसरी कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां पर महंगाई दर 4 फीसदी से तो ज्यादा हैं, लेकिन 5 फीसदी से कम है. पश्चिम बंगाल में महंगाई दर 4.27 फीसदी देखने को मिली है. तेलंगाना 4.40 फीसदी, हिमाचल प्रदेश 4.59 फीसदी, उत्तराखंड 4.67 फीसदी, आंध्रप्रदेश 4.75 फीसदी, असम 4.85 फीसदी और कर्नाटक में 4.92 फीसदी महंगाई दर देखी गई है.

9 महीने की ऊंचाई पर महंगाई दर

सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार सब्जियों के दाम में तेजी से खुदरा महंगाई सितंबर महीने में बढ़कर 9 महीने के उच्चस्तर 5.49 फीसदी पर पहुंच गई; उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई पिछले महीने अगस्त में 3.65 प्रतिशत जबकि बीते वर्ष के सितंबर माह में 5.02 प्रतिशत थी. इससे पहले दिसंबर, 2023 में यह 5.69 फीसदी के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की महंगाई सितंबर महीने में उछलकर 9.24 प्रतिशत हो गयी जो इससे पिछले महीने अगस्त में 5.66 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने में 6.62 प्रतिशत थी.

थोक महंगाई में भी इजाफा

इससे पहले दिन में जारी आंकड़ों के अनुसार, थोक महंगाई सितंबर में बढ़कर 1.84 प्रतिशत हो गयी. खाद्य वस्तुओं खासकर सब्जियों के महंगा होने से थोक मुद्रास्फीति बढ़ी. अगस्त में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई 1.31 फीसदी थी. पिछले साल सितंबर में इसमें 0.07 प्रतिशत की गिरावट आई थी. भारतीय रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है. केंद्रीय बैंक ने महंगाई को लक्ष्य के अनुरूप लाने के मकसद से पिछले सप्ताह पेश मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया था.

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