कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह हनी बघेल के विरूद्ध भोपाल के महिला थाने में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला हनी सिंह की बहू और उनके छोटे भाई देवेंद्र सिंह बघेल की पत्नी काम्या सिंह बघेल की शिकायत पर दर्ज हुआ है। देवेंद्र और काम्या का विवाह 2018 में हुआ था। दोनों की दो जुड़वा बेटियां भी हैं।
शिकायत में काम्या ने बताया कि शादी के बाद से उनके पति देवेंद्र, सास चंद्रकुमारी सिंह, जेठ सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, भाभी शिल्पा सिंह और ननद शीतल दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित करते रहे हैं। उनके पिता शादी के समय महंगी कार समेत कई कीमती वस्तुएं दहेज में दे चुके थे, लेकिन वे दहेज में लग्जरी कार मांगते हैं।
कार न देने पर उनसे कई बार मारपीट की गई है। इसको लेकर काम्या ने पिछले दिनों रातीबड़ थाने में शिकायत की थी। 13 मई को महिला थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गई।
शादी के बाद पति निकले आठवीं पास
- थाना प्रभारी अंजना दुबे ने बताया कि 34 वर्षीय काम्या दुबे रातीबड़ क्षेत्र में रहती हैं। दूर के रिश्ते की चाची शीतल ने अपने भाई देवेंद्र सिंह बघेल से रिश्ता तय करवाया था। फरवरी 2018 में दोनों का अतंरजातीय विवाह हुआ था।
- शिकायत में काम्या ने बताया कि शादी से पहले उनकी ननद शीतल व पूरे परिवार ने बताया था कि देवेंद्र ने एमबीए की पढ़ाई की है, जबकि वह सिर्फ आठवीं पास हैं। परिवार ने शादी से पहले दावा किया था कि वह कई बड़े बिजनेस संभालते हैं, जबकि देवेंद्र शराब के आदी हैं। वे कोई काम नहीं कर पाते हैं।
विधायक पर भाई को गायब कर संपत्ति हड़पने का आरोप
- काम्या सिंह बघेल ने बताया कि ससुराल में प्रताड़ित होने के कारण पिछले कई महीनों से अपने माता-पिता के साथ रह रही हैं। तलाक न होने से उनके पति देवेंद्र बेटियों के पढ़ाई का खर्च कभी कभार देते थे। फरवरी 2025 में उनके जेठ हनी सिंह बघेल ने अपने कुछ लोगों को भोपाल भेज कर पति देवेंद्र को गायब कर दिया है।
- वे बताते तो हैं कि इंदौर के किसी अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है। काम्या का आरोप है कि ऐसा करके हनी सिंह बघेल पूरी संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं।
कौन हैं हनी सिंह बघेल
सुरेंद्र सिंह हनी बघेल धार जिले की कुक्षी विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक हैं। साल 2013 में उन्होंने विधानसभा चुनाव जीता था। मध्यप्रदेश सरकार में पर्यटन और नर्मदा घाटी विकास विभाग के मंत्री बने। 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी, लेकिन फिर कांग्रेस में वापसी कर 2023 का विधानसभा चुनाव जीता।