ब्यावर: तीन महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जैन समाज की लापता मासूम बच्ची का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है, जो प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है. गुरुवार को सर्व समाज ने एकजुट होकर लियस्टीन मैग्राट द्वारा बनाई गई पेंटिंग और संदेशों के माध्यम से विरोध प्रदर्शन किया.
आज सुबह से ही मुख्य बाजार के सभी सड़के बंद रही. महावीर मार्केट में तीन घंटे का मौन धरना आयोजित किया गया, जिसमें सर्व समाज के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और लापता मासूम बच्ची की सकुशल वापसी की मांग की.
धरने के बाद एक विशाल रैली निकली गई, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई उपखंड अधिकारी कार्यालय तक पहुंची. जिसमें नागरिकों ने प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई और सीघ्र कार्रवाई की मांग की, रैली के अंत में प्रदर्शनकारियों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बच्ची की जल्द बरामदगी की मांग की.
प्रशासन में 24 घंटे के अल्टीमेटम में चेतावनी देते हुए कहा गया कि अगर बच्ची की बरामदगी पर ठोस और आपराधिक कार्रवाई नहीं होती, तो 20 सितंबर को ब्यावर जिले को बंद कर दिया जाएगा. सर्व समाज ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन केवल जैन समाज का नहीं है, बल्कि संपूर्ण मानव एवं नागरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है.
आंदोलनकारी ने कहा, “हर मां-बाप की पीड़ा, हर बेटी की सुरक्षा- यही हमारी लड़ाई है.” यदि प्रशासन ने शीघ्र और सकारात्मक कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन के और अधिक उग्र रूप लेने की संभावना को अस्वीकार नहीं किया जा सकता है.