बेंगलुरु में लोकायुक्त पुलिस ने एक पूर्व हेड कांस्टेबल निंगप्पा को सरकारी अधिकारियों को ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पूछताछ में दो मंत्रियों के करीबियों के नाम भी उजागर किए हैं. फिलहाल दोनों की भूमिका तक अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है.
कर्नाटक के बेंगलुरु में पुलिस ने सरकारी अधिकारियों को ब्लैकमेल करने वाले पूर्व हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है. लोकायुक्त पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. इस मामले की चर्चा अब राजनीतिक गलियारे में भी तेज हो गई है. लोकायुक्त न्यायालय ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस पूरे मामले में सरकार की छवि पर भी दांव लगा हुआ है.
कर्नाटक में पिछले काफी समय से एक व्यक्ति लोकायुक्त पुलिस के नाम पर सरकारी अधिकारियों को ब्लैकमेल कर उनसे पैसे ऐंठ रहा था. इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त तत्काल एक्टिव हो गई. उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद निंगप्पा के नाम एक पूर्व हेड कांस्टेबल किया, जो कि खुद को फर्जी अधिकारी बताकर पैसे ऐंठ रहा था. इस मामले में बेंगलुरु सहित प्रदेश के कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं.
पूर्व हेड कांस्टेबल को किया गया अरेस्ट
लोकायुक्त पुलिस की पूछताछ के दौरान पूर्व हेड कांस्टेबल निंगप्पा ने कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं. पूछताछ के दौरान आरोपी निंगप्पा ने बताया कि उसने शेषाद्रीपुरम और आनंदराव सर्किल सहित कई जगहों पर सरकारी अधिकारी को ब्लैकमेल कर उनसे पैसे लिए थे. इन पैसे को मैंने बिटकॉइन में निवेश किया था. साथ ही निंगप्पा ने लोकायुक्त पुलिस को दो मंत्रियों के करीबियों के नाम भी बताए हैं, जो कि इस मामले में उसके साथ मिले हुए हैं. ऐसे निंगप्पा का कहना है.
ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज गया आरोपी
इस मामले में फिलहाल दोनों मंत्रियों के करीबियों की भूमिका अभी उजागर नहीं हुई है. आरोपी को लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को लोकायुक्त स्पेशल कोर्ट में पेश किया था, जहां से कोर्ट ने 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है. जांच में सामने आया है कि हेड कांस्टेबल रहे निंगप्पा को कुछ साल पहले नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था. इसके बाद उसने लोकायुक्त पुलिस के नाम पर पैसे ऐंठने का खेल शुरू किया था. अब यह देखना होगा कि इस मामले में आखिर किन मंत्रियों के करीबियों के नाम सामने आते हैं. साथ ही उनकी भूमिका कब तक स्पष्ट होती है.