बेंगलुरु भगदड़: सस्पेंडेड ACP ने खटखटाया ट्रिब्यूनल का दरवाजा, कर्नाटक सरकार के आदेश को दी चुनौती 

बेंगलुरु भगदड़ की घटना में सस्पेंड किए गए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास कुमार विकास ने राज्य सरकार के आदेश को चुनौती देते हुए केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (cat) का दरवाजा खटखटाया है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आईपीएल 2025 में खिताबी जीत के उपलक्ष्य में आयोजित विक्ट्री परेड के दौरान एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ की घटना के बाद कर्नाटक सरकार द्वारा निलंबित किए गए पांच अधिकारियों में से विकास कुमार विकास भी शामिल थे. 4 जून की इस घटना में 11 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 56 लोग घायल हो गए थे.

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घटना के वक्त विकास बेंगलुरु के एसीपी (वेस्ट) पद पर तैनात थे. सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘उन्होंने (विकास) पिछले हफ्ते न्यायाधिकरण का रुख किया था. आने वाले दिनों में कैट इस मामले की सुनवाई कर सकता है.’ घटना के एक दिन बाद गुरुवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त बी दयानंद सहित पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया था. कार्रवाई का बचाव करते हुए सिद्धारमैया ने अगले दिन कहा कि जिन लोगों ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई, उन्हें निलंबित कर दिया गया है.

निलंबन आदेश में कहा गया, ‘यह पाया गया है कि इन अधिकारियों द्वारा अपने कर्तव्य में काफी लापरवाही बरती गई है.’ यह भगदड़ 4 जून को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के घरेलू मैदान चिन्नास्वामी स्टेडियम के सामने हुई थी. अप्रैल 2028 में लीग शुरू होने के बाद से पहली बार चैंपियनशिप जीतने वाले आरसीबी के प्रशंसकों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया. समारोह की व्यवस्था करने के लिए समय की कमी सहित कई आधारों पर पुलिस की आपत्तियों के बावजूद इसे आयोजित किया गया. आरसीबी ने 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में पंजाब किंग्स को हराकर आईपीएल 2025 का खिताब जीता था.

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