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AI Romance Scam से सावधान, मुंबई की महिला से ऐसे लूटे 7 लाख, ये है पूरा मामला

साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया है, जहां विक्टिम मुंबई की एक महिला से है, जो नौकरी की तलाश में थी. उसकी उसी जरूरत का फायदा एक दूसरी महिला ने उठाया और AI Voice Scam का इस्तेमाल करके उससे 8 लाख रुपये ठग लिए. आइए इस पूरे मामले के बारे में डिटेल्स में जानते हैं.

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पुलिस ने एक 37 साल की महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने अपनी पड़ोसन के साथ 7 लाख रुपये की ठगी की है. इसके लिए उसने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) का इस्तेमाल करके एक आदमी की आवाज जनरेट की. आरोपी का नाम रश्मि कार है, जो नवी मुंबई की रहने वाली है. आरोपी महिला यह काम अपने पति के साथ मिलकर कर रही है, जो अभी फरार है.

बेहतर नौकरी की तलाश

विक्टिम 34 साल की विधवा महिला है. उसने आरोपी से कहा कि वह बेहतर नौकरी की तलाश कर रही है. यह किस्सा करीब 7 महीने पहले शुरु हुआ. जहां महिला की बात अभिमन्यु मेहरा से बात हुई. उसने बताया कि रश्मि कार ने आपका नंबर दिया और वह नौकरी में आपकी मदद करेगा.

दोनों के बीच होने लगी चैटिंग

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद विक्टिम और मेहरा में चैटिंग होने लगी. इसके बाद दोनों एक एक रिलेशनशिप में आ गए, हालांकि अभी तक विक्टिम की मुलाकात मेहरा से नहीं हुई थी. इस दौरान विक्टिम ने करीब 7 लाख रुपये आरोपी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए.

विक्टिम ने पुलिस को बताया कि वह हर समय मेहरा से मुलाकात करने की कोशिश करती, लेकिन वह हमेशा बात की टाल देता. मेहरा ने विक्टिम महिला को एक ब्लैंकेट भी गिफ्ट किया था. यह जानकारी पुलिस ने दी है.

संदेह होने पर पुलिस दी जानकारी

इसके बाद विक्टिम को संदेह हुआ, तो उसने पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी. जांच के दौरान रश्मि कार ने स्वीकारा है कि वह एक App का इस्तेमाल कर रही थी, जिसकी मदद से वह विक्टिम से आवाज बदलकर बात करती थी.

उसने बताया कि उसने उसने वॉयस चैजिंग ऐप को इंस्टॉल किया था. इसके बाद वह विक्टिम से बातचीत करती थी. इसके लिए वह एक स्पेशल नंबर का इस्तेमाल करती थी, जो खास इस काम के लिए तैयार करती थी. पुलिस ने बताया कि रश्मि के पति को इस केस के बारे में पता था और वह रोकने की जगह बढ़ावा देता था.

क्या है AI Voice Scam?

AI voice scams में AI की मदद से किसी दूसरे व्यक्ति की आवाज को जनरेट किया जा सकता है और उसे कॉल के दौरान इस्तेमाल कर सकते हैं. अधिकतर इस तरह के केस में आरोपी खुद को फैमिली मेंबर, दोस्त या ऑफिस कलीग आदि बनकर काम करते हैं. इसके बाद कुछ रुपयों की डिमांड करते हैं.

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