आजकल अचानक मोबाइल फटने की घटनाएं खूब सामने आ रही हैं. कभी बात करते समय कान के पास मोबाइल फट जाता है तो कभी जेब में रखे-रखे ही फट जाता है. इससे लोगों की जान तक पर बन आती है. ताजा मामला बिहार भागलपुर जिले का है. यहां के नाथनगर इलाके के रहने वाले एक युवक के पैंट की जेब में रखा मोबाइल कॉल आते ही ब्लास्ट कर गया. मोबाइल के फटने से युवक का दाहिना पैर जख्मी हो गया.
बुधवार को शांति समिति के सक्रिय सदस्य संजय कुमार यादव के छोटे भाई जयदेव यादव के पैंट की जेब में रखा मोबाइल कॉल आते ही तेज आवाज कर ब्लास्ट कर गया. कुछ देर तो जयदेव कुछ समझ नहीं पाया, लेकिन जब पैर के पास से ब्लड निकलता देखा तो वह चक्कर खाकर गिर पड़ा. आनन-फानन में लोगों ने एक निजी डॉक्टर को बुलाया और जयदेव के जख्मी हुए दाहिन पैर पर मरहम-पट्टी करवाई.
घटना को लेकर संजय यादव ने बताया कि छोटा भाई जयदेव बाथरूम से नहाकर बाहर निकला था. हाफ पेंट पहनकर उसने अपना मोबाइल पॉकेट में रखा. इसी दौरान किसी का कॉल आया. जैसे ही उसने पॉकेट में हाथ डाला, वैसे ही मोबाइल में जोरदार ब्लास्ट हुआ. घटना में उसका पूरा पैंट, अंडरगारमेंट पैर के साइड पूरा जल गया. उसके दाहिने जांघ में बड़ा सा जख्म हो गया.
परिवार वालों का कहना है कि भगवान का शुक्र है की मोबाइल पैंट के पॉकेट में फटा, यदि कान के पास फटता तो बड़ी घटना हो सकती थी. अब तो हम लोगों को मोबाइल का कॉल उठाने में भी भय लगने लगा है. वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि इन दिनों लगातार (+92) पाकिस्तान देश के नंबर से फेक कॉल आते हैं. कभी पैसा मांगते हैं तो कभी मोबाइल हैक हो जाता है. ऐसे ऐसे नंबरों से कॉल आते हैं कि कॉल उठाने में डर लगता है. इस मोबाइल फटने की घटना ने तो इलाके में और ज्यादा भय का माहौल कर दिया है.
वहीं नाथनगर चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर अनुपमा सहाय ने कहा कि ऐसी घटना पहले भी देखने को मिली है कि कॉल आते ही मोबाइल ब्लास्ट किया है. ऐसे में सतर्कता बरतने की जरूरत है. लोगों को हमेशा मोबाइल का इंटरनेट ऑन नहीं रखना चाहिए. इससे कई तरह के रेडिएशन निकलते हैं, जो खतरनाक साबित हो सकते हैं. हमेशा मोबाइल को शरीर के टच में नहीं रखें. तकिए के नीचे भी मोबाइल चार्जिंग लगाने से परहेज करें.