मारा गया भागलपुर का कुख्यात अपराधी गुरुदेव मंडल उर्फ फूफा, पुलिस और STF में मिलकर किया एनकाउंटर

बिहार के भागलपुर की एसटीएफ और नवगछिया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक कुख्यात अपराधी गुरुदेव उर्फ फूफा को मार गिराया गया है. पूर्णिया के रहने वाले गुरुदेव मंडल का एसटीएफ और पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया. यह कार्रवाई पुलिस के रंगरा थाना क्षेत्र सोनैया घर के पास की गई. दरअसल, एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली कि रंगरा थाना इलाके के मुरली में सोनैया धार के पास अपराधियों का ग्रुप है.

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सूचना पर एसटीएफ ने नवगछिया पुलिस का सहयोग लेते हुए देर रात तकरीबन एक बजे अपराधियों को घेरा, जिसके बाद अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. अंधेरे का फायदा उठाकर 6 अपराधी भाग निकले. एसटीएफ ने कुख्यात गुरुदेव मंडल को घेर लिया. जैसे ही उसने पुलिस पर फायरिंग की कोशिश की. पुलिस ने सामने से सीने में और कमर में गोली मारी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. एसटीएफ ने उसके पास से हथियार भी बरामद किया है. बताया यह भी जा रहा है कि किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना रंगरा इलाके के सोनैया धार के पास बनाई जा रही थी, जिसकी सूचना एसटीएफ को मिली थी.

2017 से कर रहा था गलत काम

नवगछिया के अनुमंडल अस्पताल में गुरुदेव मंडल के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, घटना की पूरी वीडियोग्राफी कराई गई. मृतक की बहन अस्पताल पहुंची और अपने भाई को देखकर रोने लगी. इधर उसके भाई मनोज मंडल ने बताया कि 2017 के सितंबर से उसने गलत काम करना शुरू किए थे. जिसको लेकर समझाया भी गया था. लेकिन वह नहीं माना तो 2018 में उसे परिवार से बेदखल कर दिया गया.

4 सितंबर 2017 को धमदाहा में लूट की घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद से वह बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देने लगा था. सबसे ज्यादा लूट की घटना को उसने अंजाम दिया. एक बार ट्रक चालक की हत्या में उसका नाम सामने आया. पूर्णिया के धमदाहा थाना में भी उस पर कई मामले दर्ज हैं. इसके साथ ही गुरुदेव पर हत्या, लूट और छिनतई के भी कई मामले दर्ज हैं. गुरुदेव फूफा जी नाम का गिरोह चलाता था. साल 2022 में भी पुलिस से मुठभेड़ में गुरुदेव के पैर में गोली लगी थी. गुरुदेव ने तत्कालीन एसडीपीओ दिलीप कुमार पर हमला किया था, जिसमें एसडीपीओ बाल-बाल बचे थे.

गुरुदेव के पैर में गोली मारी

उन दिनों अप्रैल-मई के बीच लगातार तीन लूट कांड की घटना में शामिल गुरुदेव मण्डल की तलाश पुलिस को थी. तत्कालीन एसपी सुशांत सरोज को सूचना मिली थी कि नवगछिया जीरोमाइल के पास कुछ अपराधी लूट की योजना बना रहे हैं. ऐसे में एसपी ने तुरंत एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठित की. उसके बाद अपराधियों को पकड़ने पहुचीं तो सभी अपराधी तेजी से भागने लगे. पुलिस ने कदवा कंचनपुर तक उसका पीछा किया था. इस दौरान गुरुदेव मंडल दोनों हाथों से कट्टे से फायरिंग कर रहा था. कुल 15 राउंड फायरिंग की थी. पुलिस ने भी कई राउंड फायरिंग की एसडीपीओ दिलीप कुमार ने निशाना लगाकर गुरुदेव के पैर में गोली मारी थी, जिसमें वह घायल हो गया था.

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