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भरतपुर : नगर निगम की पंजीयन शाखा में अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही, लोगों की समस्याओं का समाधान दूर, कोई सुनने वाला नहीं

भरतपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले में नगर निगम की जन्म मृत्यु एवं विवाह पंजीयन शाखा में अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही लोगो के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. सात दिन की समय सीमा गुजरने के बाद भी शत-प्रतिशत प्रमाण पत्रों को जारी नहीं किया जा रहा। इस कारण लोग चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं . लेकिन लोगों की समस्या के समाधान की बात तो दूर कोई सुनने वाला ही नहीं है.कही ऐसे लोग हैं जो पिछले 9 माह से चक्कर लगा रहे है लेकिन उनकी समस्या का समाधान अब तक नहीं हुआ.

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हालांकि कुछ लोगों ने कर्मचारियों पर रिश्वत लेने के आप भी लगाए वही दलालों के काम पहले होने की बात कही है. जब इस मामले को लेकर नगर निगम आयुक्त से तीन से चार बार फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि नगर निगम अधिकारी काम के प्रति कितने जिम्मेदार हैं.नगर निगम के आर ओ ने बताया कि सांख्यिकी विभाग की वजह से काम जल्दी नहीं हो पा रहा है वहां रिक्वेस्ट को कंफर्म नहीं किया जाता है इस वजह से प्रमाण पत्र जारी होने में समय लग रहा है.


रेखा ने बताया कि विवाह प्रमाण पत्र के लिए अपनी बेटी का 9 माह पहले आवेदन किया था लेकिन अब तक प्रमाण पत्र नहीं बना है. जब अधिकारी एवं कर्मचारियों से इस मामले को लेकर बातचीत की जाती है तो कोई सुनने वाला नहीं है तो हम लोगों को प्रमाण पत्र बनवाने में बड़ी परेशानी आ रही है.

रघुवीर सिंह ने बताया कि वह धौलपुर से आए है. उन्हें नाम में शुद्धिकरण करवाना है लेकिन आवेदन के बावजूद भी अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ और वह पिछले एक माह से परेशान हूं लेकिन यहां कोई सुनने वाला ही नहीं है.

अमित ने बताया कि इस शाखा के बाहर सुबह 11 बजे से भीड़ जुट जाती है और शाम चार बजे तक रहती है. लेकिन लोग पिछले तीन-तीन चार-चार माह से लगातार चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं होता उन्होंने कर्मचारियों पर रिश्वत लेने के भी आरोप लगाए.

बयाना निवासी योगेश ने बताया कि वह पिछले एक माह से परेशान हैं उसके बच्चे का जन्म जनाना अस्पताल में हुआ था. जिसके जन्म प्रमाण पत्र के लिए वह एक माह में चार बार आ चुका है जन्म प्रमाण पत्र के आवेदन करने के बावजूद भी कर्मचारियों के द्वारा कोई संतुष्ट जवाब नहीं दिया जाता.

नगर निगम आयुक्त श्रवण कुमार से तीन से चार बार फोन के माध्यम से संपर्क करने की कोशिश की तो सम्पर्क नहीं हो सका. हालांकि नगर निगम आयुक्त पर अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है क्योंकि लगातार नगर निगम की गाड़ी राम भरोसे चल रही है इसे ही अंदाजा लग जा सकता है कि अधिकारी काम के प्रति कितने जिम्मेदार हैं.

नगर निगम आर ओ तेजराम मीणा ने बताया कि की जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र शाखा में करेक्शन के काफी मामले आ रहे हैं. जिम जानदार वह मोबाइल नंबर अपडेट करवाने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है। करेक्शन के लिए जो सांख्यिकी विभाग में रिक्वेस्ट जाती है तो वहां से कंफर्म नहीं हो पाती है. यह वही लोग हैं जो पूरे दिन बाद यहां बैठे रहते हैं इसीलिए भीड़ ज्यादा नजर आती है. आलम की जो भी समस्या आ रही है उसका जल्दी से समाधान किया जाएगा क्योंकि दो टीम में लगा दी गई हैं जो वर्किंग में जाएगी.

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