भीलवाड़ा: राजस्थान इस वक्त मानसून के दो चेहरे देखें जा सकते है. एक ओर प्रदेश के कई जिलों में आफ़त की बारिश ने हाहाकार मचा रखा है—सड़कें डूबी हुई हैं, मकान ढह रहे हैं और लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में बारिश की कमी से किसानों की चिंता बढ़ गई है. यही वजह है कि लोग पारंपरिक टोटकों का सहारा लेकर अच्छी बारिश की कामना कर रहे हैं.
सहाड़ा तहसील की ग्राम पंचायत महेंद्रगढ़ में शनिवार को ऐसा ही एक अनोखा नजारा देखने को मिला. यहां ग्रामीणों ने गधों की पूजा कर उन्हें गुलाब जामुन खिलाए. पूर्व सरपंच रामधन सोमानी की अगुवाई में हुए इस आयोजन में गधों को माला पहनाई गई, तिलक कर आरती उतारी गई और गधे के मालिक को साफा पहनाकर सम्मानित किया गया.
अधिवक्ता मनोज कुमार भाटी ने बताया कि गांव में कई दिनों से बारिश के लिए पारंपरिक टोटके किए जा रहे थे. मान्यता थी कि झमाझम बारिश होने पर गधों को मिठाई की दावत दी जाएगी. हाल ही में तेज बारिश हुई तो शनिवार को ग्रामीणों ने अपनी मान्यता पूरी करते हुए गधों को गुलाब जामुन खिला दिए.
प्रदेश में एक तरफ भारी बारिश से तबाही मची वहीं दूसरी ओर कम बारिश वाले क्षेत्रों में ऐसे अनोखे टोटके चर्चा का विषय बन रहे हैं. किसानों का कहना है कि इस बार मानसून ने उन्हें खूब परखा है, लेकिन अब उम्मीद है कि खेतों में हरियाली लौट आएगी.