मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ‘लाइफ लाइन’ पर एक बार फिर अचानक ब्रेक लग गया है. लगभग 149 बसों के पहिए थम गए हैं. 10 रूट पर दौड़ने वाली इन बसों के पहिए पर पिछले 6 दिनों से ब्रेक लगा हुआ है. इन बसों के पहिए टिकट कलेक्शन विवाद के चलते थमे हुए हैं, जिससे करीब 40 हजार यात्री रोज परेशान हो रहे हैं.
6 दिनों में BCLL ने इस समस्या का नहीं निकाला समाधान
दरअसल, भोपाल शहर के 10 रूट पर चलने वाली 149 बसें गुरुवार से ही बंद है. मंगलवार को इन बसों के बंद हुए 6 दिन हो गए. इसकी वजह इन बसाें में टिकिट कलेक्शन करने वाली एजेंसी ‘चलो एप’ की ओर से प्रति किमी दी जाने वाली राशि घटाने की मांग है, लेकिन बीते 6 दिनों में बीसीएलएल (BCLL ) और निगम के जिम्मेदार इस समस्या का समाधान नहीं निकाल पाए. ऐसे में इन बसों में रोजाना सफर करने वाले 40 हजार से ज्यादा यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
BCLL और चलो कंपनी के बीच तनातनी से थमे 149 बसों के पहिए
भोपाल में इन 149 बसों के पहिए थमने का कारण BCLL और चलो कंपनी के बीच तनातनी है. दरअसल, राजधानी भोपाल में दो ऑपरेटर है, जिनमें एक बस ऑपरेटर और दूसरा टिकट ऑपरेटर. इसी टिकट एजेंसी चलो एप ने प्रति किलोमीटर दी जाने वाली राशि घटाने की मांग रखी है. इसी से नाराज बस आपरेटर मां एसोसिएट्स ने अपनी बसें डिपो से नहीं निकाल रहे हैं.
इन 10 रूटों पर नहीं चल रही बसे
राजधानी भोपाल के 10 रूट- कोकता, मंडीदीप,अयोध्या नगर, गांधी नगर, भौंरी, एयरपोर्ट, मिसरोद, बैरागढ़, लालघाटी, करोंद सहित कई अलग-अलग हिस्सों में यात्री बसें नहीं चल रही है. जिसके चलते स्टूडेंट और आम यात्री को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
149 बसों के पहिए थमने से स्टूडेंट और आम जनता परेशान
स्टॉपेज पर बस का इंतेजार कर रहे स्टूडेंट और आम जनता ने कहा कि हमारे पास एक यही साधन हैं जो कम पैसे में हमें शहर में यात्रा की सुविधा देता है, लेकिन अब ये बंद है जिससे हम परेशान हो रहे हैं.
स्टूडेंट ने कहा कि हर दिन कोचिंग के लिए लेट हो जा रहे हैं. पास रिचार्ज करवाते हैं उस रूट पर बस नहीं मिलती. दोनों तरफ़ से पैसा जा रहा है.