भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य को फिर लगा झटका, ED कोर्ट ने अब 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा

शराब घोटाले के आरोप में ईडी के हाथों गिरफ्तार छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को एक बार फिर से कोर्ट ने झटका दिया. दरअसल जमानत की राह देख रहे चैतन्य को निराश करते हुए शनिवार को ईडी कोर्ट ने सुनवाई के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

दरअसल, ED की 5 दिन की डिमांड पूरी होने के बाद ईडी ने चैतन्य को शनिवार को कोर्ट में पेश किया था. जहां दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने चैतन्य को निराश करते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

अब 6 सितंबर को होगी सुनवाई

चैतन्य बघेल के अधिवक्ता फैजल रिजवी ने बताया कि कस्टोडियन रिमांड पूरी होने के बाद आज केंद्रीय जांच एजेंसी ने चैतन्य बघेल को करीब 3:30 बजे कोर्ट में पेश किया. इसके बाद 14 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड के लिए आवेदन लगाया. कोर्ट ने केंद्रीय जांच एजेंसी के आवेदन को स्वीकार करते हुए चैतन्य बघेल को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया. मामले की अगली सुनवाई 6 सितंबर को होगी.

शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार

दरअसल, चैतन्य बघेल को कथित शराब घोटाला मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने आरोपी बनाया था. इससे पहले 18 अगस्त को ईडी ने 5 दिन की रिमांड ली थी. इस दौरान चैतन्य बघेल से पूछताछ के बाद शनिवार को फिर से कोर्ट में किया गया. शराब घोटाला मामले में चैतन्य बघेल को उनके जन्मदिन के दिन ही 18 जुलाई को ED ने गिरफ्तार किया था.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में साल 2019 से 2022 के बीच बड़े पैमाने शराब घोटाला होने का दावा किया जा रहा है. केंद्रीय जांच एजेंसी ED करीब 2200 करोड़ रुपये का शराब घोटाला बता रही है. इसी मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. ED चैतन्य बघेल पर घोटाले के करीब 1000 करोड़ रुपए को चैनलाइज करने का आरोप लगाया है. इस मामले में भूपेश बघेल सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा पहले से जेल में बंद हैं.

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