छिंदवाड़ा : नेगेटिव खबरों में हमेशा सुर्खियों में रहने वाली पुलिस कई पॉजिटिव काम भी करती है . जिसका पता कम ही लोगों को चल पाता है . दरअसल पुलिस के लिए पॉजिटिव काम कभी बाहर आ ही नहीं पाते. लेकिन कई बार पुलिस ऐसे काम कर जाती है. जिसकी तारीफ करना आवश्यक होता है.
ताकि हर पुलिसकर्मी को उसके द्वारा किए जाने वाले मानवता के कार्यों को प्रोत्साहित किया जा सके बिछुआ पुलिस ने ऐसा ही एक काम मंगलवार को किया जब एक 4 साल का बच्चा लावारिस हालत पर पुलिस को मिला बच्चा माता-पिता के नाम के अलावा कुछ भी नहीं जनता था.
आखिरकार बिछुआ पुलिस ने अपने थाना क्षेत्र के 45 ग्रामों में बच्चे का फोटो लेकर पुलिसकर्मियों और पुलिस के सहयोगियों को दौड़ाया तब जाकर लावारिस बच्चे के माता-पिता का पता चला और पुलिस ने ग्रामीणों के घर के चिराग को सकुशल उन्हें सौंप दिया
सोशल मीडिया भी बना सहयोगी
दरअसल या मामला 26 नवंबर का है बिछुआ थाना प्रभारी महेंद्र भगत को मंगलवार की सुबह सूचना मिली कि ग्राम करेर के आसपास एक छोटा बच्चा लावारिस हालत में घूम रहा है इस सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी ने बिछुआ पुलिस स्टाफ को मामले की जांच करने भेजा पुलिस ने बच्चे को बरामद कर थाने में लाई जहां बच्चे से पूछताछ की गई.
बच्चा केवल अपने माता-पिता का नाम ही बता पाया उसके बाद शुरू हुई बच्चों के माता-पिता की तलाश करने की कवायद एसपी अजय पांडे से मार्गदर्शन लेकर बिछुआ पुलिस ने बच्चे के माता-पिता की तलाश शुरू की और लगभग 45 ग्रामों में उसके फोटो घुमाए गए ताकि बच्चे के माता-पिता का पता चल सके तब जाकर पता चला कि बच्चे का नाम सौरभ है और वह बोरिया का रहने वाला है.
बच्चा अपने माता-पिता के साथ ग्राम करेर आया था जहां से वह गुम हो गया पुलिस ने बच्चे को सकुशल उसके माता-पिता के हवाले किया है इस पूरे घटनाक्रम में सोशल मीडिया और क्षेत्र में पुलिस की पकड़ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है जिसके जरिए स्टाफ कम होने पर भी बच्चे की तलाश की जा सकी.