रीवा : बिछिया अस्पताल में ‘पार्किंग माफिया’ का आतंक: जनता त्रस्त, प्रशासन मौन रीवा, जिले के बिछिया अस्पताल में अवैध वसूली का गोरखधंधा चरम पर है, जिससे आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है.अस्पताल परिसर में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों से पार्किंग के नाम पर मनमानी वसूली की जा रही है.
हद तो तब हो जाती है जब पैसे न देने पर गाली-गलौज और मारपीट जैसी अभद्र व्यवहार की घटनाएँ सामने आ रही हैं.सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वसूली करने वाले खुलेआम यह धमकी दे रहे हैं कि “पुलिस प्रशासन हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता.
पीड़ितों की मानें तो बिछिया अस्पताल की पार्किंग में कोई निर्धारित रेट सूची नहीं है.ठेकेदार अपनी मनमानी से पैसे वसूल रहे हैं.हाल ही में, जब राम कुशवाहा और उनकी पत्नी ने इसका विरोध किया, तो ठेकेदार और उसके गुर्गों ने उनके साथ अभद्रता पर उतारू हो गए। यह घटना स्पष्ट करती है कि यह सिर्फ अवैध वसूली का मामला नहीं, बल्कि गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण है.
यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस अस्पताल को जनता की सेवा के लिए बनाया गया है, वहीं पर भ्रष्टाचार और अराजकता का बोलबाला है. स्वास्थ्य व्यवस्था जैसी संवेदनशील जगह पर इस तरह की अवैध गतिविधियां न केवल मरीजों को आर्थिक रूप से परेशान कर रही हैं, बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना भी झेलनी पड़ रही है.
सवाल उठता है कि आखिर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग इस खुलेआम चल रहे भ्रष्टाचार पर मौन क्यों है? क्या उन्हें जनता की परेशानी नहीं दिख रही? या फिर इस पार्किंग माफिया को किसी का संरक्षण प्राप्त है?
रीवा की जनता जानना चाहती है कि कब उन्हें इस अन्याय से मुक्ति मिलेगी.यह सिर्फ बिछिया अस्पताल का मामला नहीं, बल्कि सरकारी व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार का प्रतीक है.इस भ्रष्टाचार पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और न्याय सुनिश्चित किया जाहै.
जनता की आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता.अब समय आ गया है कि प्रशासन अपनी नींद से जागे और इस अवैध वसूली और गुंडागर्दी पर लगाम लगाए.