इटावा : स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई है, यहां स्वास्थ्य विभाग ने पांच झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके क्लीनिक को सीज करने का काम किया.
आईजीआरएस के माध्यम से की गई थी शिकायत
इटावा जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की इस कदर भरमार है की जगह-जगह पर आपको फर्जी क्लिनिक खुले हुए मिल जाएंगे जो कि आम जनता की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते हुए दिखाई देंगे . ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी इन पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करता है, जिसकी वजह से उनके धंधे जोरो के साथ चलते हैं.ऐसा ही एक मामला पछांयगांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम जेतपुरा से सामने आया है.यहां पर रहने वाले कुछ लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आईजीआरएस के माध्यम से एक प्रार्थना पत्र भेजा था.
जिसमें बताया गया था यहां फर्जी तरीके क्लीनिक चलाएं जा रहे है, इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और पुलिस से शिकायत की गई लेकिन कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की गई . वही झोलाछाप डॉक्टर की तरफ से धमकी दी गई कि मेरा कोई कुछ नहीं कर पाएगा. मेरी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अच्छी पकड़ है और पुलिस से भी और धमकी भी दी जाती है कि अगर ज्यादा शिकायत करोगे तो तुम्हारे खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवा दिया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग ने आईजीआरएस पर की गई शिकायत को गंभीरता से लेने का काम किया गया और उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक पर पहुंचकर कार्रवाई की गई.
डिप्टी सीएमओ ने कार्रवाई को लेकर दी जानकारी
फर्जी क्लीनिक पर की गई कार्रवाई को लेकर डिप्टी सीएमओ यतेंद्र राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया है कि पछांयगांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम जैतपुर में 5 क्लीनिक को सीज करने का काम किया गया.जिसमे बंगाली क्लिनिक, केशव, कल्याण, हुकुम सिंह, समेत एक व्यक्ति के क्लीनिक को सीज किया गया है। वहीं कुछ कुछ लोग क्लिनिक को सीज करने के दौरान हंगामा कर रहे थे.
जिसके बाद पुलिस बल का सहयोग लिया गया.वहीं डिप्टी सीएमओ ने बताया कि अभी तक अलग-अलग इलाकों में 17 झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। आगे भी इनके खिलाफ लगातार हमारी कार्रवाई जारी रहेगी.