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DRI की जयपुर में बड़ी कार्रवाई! दो ठिकानों पर छापेमारी कर बरामद की 1 करोड़ 25 लाख की ई-सिगरेट

Jaipur News Today: राजस्थान के जयपुर में राजस्व खुफिया निदेशालय (Directorate of Revenue Intelligence) की टीम ने नशाखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने डीआरआई की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित ई-सिगरेट की स्मगलिंग को छापेमारी की.

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छापेमारी के दौरान डीआरआई  की टीम ने स्मगलरों के ठिकानों पर छापेमारी की, जहां से भारी मात्रा ई-सिगरेट की खेप बरामद हुई है. जिसे डीआरआई  की टीम ने जब्त कर लिया है. डीआरआई की कार्रवाई और बड़ी मात्रा में ई-सिगरेट की बरामदगी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.

डीआरआई ने 18 घंटे कार्रवाई
दरअसल, डीआरआई की टीम ने भारत में प्रतिबंध ई सिगरेट के स्मगलर जयपुर के रहने वाले सुनील कुमार शर्मा के विद्यानगर और सी स्कीम के दो ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की अंजाम दिया. इस कार्रवाई के दौरान डीआरआई की टीम ने चीन, मलेशिया, दुबई से स्मगलिंग करके लाई गई एक करोड़ 25 लाख रुपये की ई-सिगरेट जब्त किया है.

बताया जा रहा है कि स्मगलर के दोनों ठिकानों पर केंद्रीय जांच एजेंसी राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की टीम ने करीब 18 घंटे तक कार्रवाई की है. भारत में प्रतिबंधित होने के बावजूद कई जगह इस सिगरेट की उपलब्धता बनी हुई है.

ऑनलाइन-ऑफलाइन बेचते हैं ई-सिगरेट
सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि ई-सिगरेट को चीन, मलेशिया, दुबई से स्मगलर्स स्मगलिंग के जरिए भारत लेकर आते हैं. ई-सिगरेट को वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन बेचकर फर्जी खातों में रुपये लेते हैं. साथ ही यह स्मगलर ऑफलाइन भी सिगरेट की सप्लाई करते हैं. जिसका कैश पेमेंट लेते हैं.

ई-सिगरेट रखना कानूनी जुर्म
देश में ई-सिगरेट या उससे संबंधित उपकरण को किसी भी रूप में रखना, इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट रोकथाम अधिनियम PECA- 2019 का उल्लंघन माना गया है. सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस बात से हैरान हैं कि इतने कठोर प्रावधानों के बावजूद प्रतिबंधित ई- सिगरेट की उपलब्धता बनी हुई है.

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