इंदौर में खाद्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, 480 किग्रा मिल्क केक जब्त, मिलावट की आशंका

इंदौर। रक्षाबंधन का त्यौहार आते ही शहर में मिलावटी मिठाईयों की बिक्री शुरू हो गई है। यहां के व्यापारी आसपास के जिलों से सस्ते दामों में मिठाईयां खरीदकर इन्हें दोगुने दामों में बेच रहे हैं। बुधवार को खाद्य विभाग की टीम ने देवास से कार में इंदौर बिकने आया 480 किग्रा मिल्क केक और 40 किग्रा मावा जब्त किया। अधिकारियों को आशंका है कि यह मिलावटी मिठाई है। अधिकारियों ने जब इसका बिल देखा तो वह हैरान रह गए।

सिर्फ 280 रुपये प्रति किलो बिक रहा मिल्क केक

इंदौर में करीब 500 रुपये किग्रा में बिकने वाला मिल्क केक, इंदौर के व्यापारी को 280 रुपये में बेच रहा है। अधिकारियों ने बताया कि सूचना के आधार पर वाहन क्रमांक एमपी 09 सीजेड 0364 से मावा के परिवहन की जानकारी मिलने पर कार्रवाई की गई।

वाहन चालक भारत सिंह द्वारा बताया गया कि माल निलेश पाटीदार (नवीन मिल्क प्रोडक्ट्स, देवास) का है। जो मां उमिया डेरी में देने के लिए लाया था। इसकी अनुमानित कीमत 1.56 लाख रुपये हैं। मावा एवं मिल्क केक के सैंपल लिए है, रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

लिए गए कुल 25 सैंपल

विभिन्न प्रतिष्ठानों से कुल 25 सैंपल लिए गए, जिन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा है। मौसा जलेबी से लिए मिठाई के सैंपल खाद्य विभाग की टीम ने कालानी नगर स्थित मौसा जलेबी भंडार से गुपचुप मिठाई, जलेबी एवं रिफाइंड सोयाबीन के तीन सैंपल लिए। कनाड़िया रोड़ स्थित शर्मा स्वीट्स एवं नमकीन से मावा पेड़ा का सैंपल लिया। आनंदा रेस्टोरेंट से मिल्क केक, ड्रायफ्रूट लड्डू व गुपचुप के सैंपल लिए

इसके अलावा सरिता दूध दही भंडार, गोपाल डेरी, अमृत डेरी और चंचल डेरी से दूध, मावा व लड्डू के चार सैंपल लिए। इसके अलावा रतनलाल मावा भंडार से पांच सैपल, हरिनारायण शर्मा मावा से एक सैंपल और न्यू शर्मा मावा भंडार से छह सैंपल लिए गए। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया कि टीम द्वारा निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि रक्षाबंधन पर्व पर आमजन को शुद्ध एवं सुरक्षित खाद्य सामग्री ही उपलब्ध हो।

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