रीवा : जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ा कदम उठाया गया है. पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने प्रधान आरक्षक बुद्धसेन सूर्यवंशी को बर्खास्त कर दिया है. यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत हुई सजा के बाद की गई है.
प्रधान आरक्षक बुद्धसेन सूर्यवंशी रायपुर कर्चुलियान थाने में पदस्थ थे. अपनी सेवा के दौरान उन पर रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगा, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया और मामले की जांच शुरू की गई.
न्यायालय में मामला और सजा
जांच के बाद मामले में पर्याप्त सबूत मिलने पर बुद्धसेन सूर्यवंशी के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया गया. सुनवाई के दौरान अदालत ने सभी साक्ष्यों और गवाहों के आधार पर प्रधान आरक्षक को दोषी करार दिया और उन्हें सजा सुनाई.
पुलिस अधीक्षक ने की बर्खास्तगी
न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश देने के लिए प्रधान आरक्षक को बर्खास्त कर दिया. यह कदम पुलिस विभाग में अनुशासन बनाए रखने और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से उठाया गया.
एडिशनल एसपी का बयान
इस कार्रवाई के संदर्भ में एडिशनल एसपी विवेक लाल ने कहा, “प्रधान आरक्षक बुद्धसेन सूर्यवंशी के खिलाफ कार्रवाई पुलिस विभाग की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति का हिस्सा है. इस मामले से यह स्पष्ट संदेश जाता है कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने इस घटना को लेकर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सख्त चेतावनी दी है कि अगर कोई भी भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.