डीडवाना – कुचामन: राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने रोडवेज बसों में बिना टिकट यात्रियों की बढ़ती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाया है. निरीक्षण के दौरान कई बसों में बिना टिकट सवारी पाए जाने पर निगम ने राज्यभर के 17 परिचालकों को निलंबित कर दिया. इनमें डीडवाना डिपो के दो परिचालक – नारायण और दिनेश भी शामिल हैं.
बताया गया है कि डीडवाना के एक परिचालक को पहले भी सस्पेंड किया गया था और हाल ही में उसे बहाल किया गया था, लेकिन फिर उसी पर दोबारा कार्रवाई हुई है. वहीं दूसरे परिचालक पर पूर्व में भी कई यात्रियों को बिना टिकट यात्रा कराने के आरोप लग चुके हैं.
परिवहन निगम की कार्यकारी निदेशक डॉ. ज्योति चौहान के आदेश पर की गई इस कार्रवाई में दोषी पाए गए सभी 17 परिचालकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। रोडवेज ने साफ किया है कि अब नया नियम लागू है – किसी भी बस में अगर तीन या अधिक सवारी बिना टिकट पाई जाती है तो संबंधित कंडक्टर को निलंबित किया जाएगा. एक या दो सवारी पर दस गुना जुर्माना वसूला जाएगा.
निलंबित परिचालकों की सूची में शामिल हैं:
जोधपुर के दिनेश खुड़खुड़िया, सीकर की कविता कुमारी और पवन कुमार शर्मा, जयपुर के राजेश चौधरी और खेम सिंह गोगावत, डीडवाना के नारायण और दिनेश, मत्स्य नगर (कोटपूतली) के कल्याण सहाय मीणा, झुंझुनूं के सुभाष चंद्र, सवाई माधोपुर के हरिओम जोशी, चित्तौड़गढ़ के अहमद रजा, नागौर के कैलाश लोल और जयपाल बेनीवाल, जालौर के प्रेमाराम, बूंदी के सुनील कुमार सेन तथा सरदारशहर के मोतीराम.
नियम सख्त, निगरानी तेज:
राजस्थान रोडवेज के डीडवाना डिपो में अधिकारी सुजल महर्षि ने बताया कि सेवा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यात्रियों से किराया वसूलना हर परिचालक की जिम्मेदारी है, और अब हर बस पर सघन निरीक्षण की योजना भी बनाई गई है.