राजस्थान सब इंस्टपेक्टर परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले में SOG ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा रायका के बेटा-बेटी सहित पांच प्रशिक्षु थानेदारों को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों को रविवार को न्यायाधीश के समक्ष पेश किया, जहां से पांचों को 7 सितंबर तक SOG की रिमांड पर सौंपा गया है.
एसओजी ने दोनों बेटा-बेटी समेत पिता रामू राम रायका की पेपर आउट करने के आरोप में गिरफ़्तारी की है. बता दें, रामू राम रायका की बेटी इस परीक्षा में 6वें स्थान पर टॉपर की लिस्ट में शामिल थीं. पुलिस ने दोनों बेटा-बेटी समेत पिता रामू राम रायका को पेपर लीक करने के आरोप में अरेस्ट कर लिया है. अब SOG तीनों से पूछताछ करेगी जिसके बाद ही पेपर लीक के सारे राज खुलने की संभावना है.
जानकारी के मुताबिक, एसआई भर्ती-2021 प्रकरण में एसओजी ने पूर्व में कई ट्रेनी फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया था. जिनसे पूछताछ में SOG को कई अहम इनपुट मिले थे. इसमें सामने आया कि इस फर्जीवाड़े से जुड़े और भी कई सब इंस्पेक्टर हैं, जो आरपीए में ट्रेनिंग ले रहे हैं. उन्होंने परीक्षा में अपनी जगह डमी कैंडिडेट बैठाए थे.
इसके बाद, SOG की टीम ने अप्रैल 2024 में राजस्थान पुलिस एकेडमी में छापेमारी करते हुए करीब 15 ट्रेनी एसआई को हिरासत में लिया था. SOG के अधिकारियों ने डमी परीक्षा लेकर असली परीक्षा पास कर चुके ट्रेनी एसआई से पेपर हल करवाए थे. हालांकि, डमी पेपर में भी वही सवाल थे, जो एसआई भर्ती 2021 के पेपर में आए थे. फिर भी 17 ट्रेनी एसआई पेपर हल नहीं कर सके थे. इसके बाद पुलिस ने अपनी जांच में तेजी कर दी थी.
हाल ही में राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की पकड़ में पांच ट्रेनी आए हैं, इसमें सब इंस्पेक्टर में तीन पुरुष और दो महिला ट्रेनी SI शामिल हैं. बता दें, सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 परीक्षा में एसओजी के खुलासे के बाद प्रदेश भर के युवा इस भर्ती को रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
राजस्थान में पुलिस सब इंस्पेक्टर परीक्षा (Sub Inspector exam) पेपर लीक मामले में जांच को लेकर मामले के मुख्य आरोपी हर्षवर्धन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मीणा को लेकर भरतपुर पहुंची थी. इसके बाद आरोपी की निशानदेही पर उसके विभिन्न ठिकानों पर जांच की गई. पेपर लीक मामले का मुख्य आरोपी हर्षवर्धन बाहर भागने की फिराक में था. इसी दौरान इसे नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था. 12 मार्च 2024 को एसओजी के डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज के नेतृत्व में हर्षवर्धन को लेकर टीम भरतपुर पहुंची और इसकी निशानदेही में उन जगहों पर जांच शुरू की गई, जहां इसने लोगों को पेपर पढ़ाया था.
एसओजी के डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज ने बताया था कि हर्षवर्धन को एसआई परीक्षा पेपर लीक मामले में जांच के लिए लेकर आये हैं. इस मामले की जांच बड़े स्तर पर चल रही है. उन्होंने आगे बताया था कि यहां काफी लोगों को सब इंस्पेक्टर परीक्षा की नकल इसने कराई थी. भरतपुर में कई ऐसे लोग हैं जिनतक पेपर पहुंचाया गया था.