सुपौल में एमडीएम के मेनू में किया गया बड़ा बदलाव, खबर में जानिये पूरा मामला

सुपौल: बरसात के मौसम में बढ़ते संक्रमण और जलजनित बीमारियों की आशंका को देखते हुए सुपौल जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में संचालित मिड-डे मील योजना को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है.

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पीएम पोषण योजना के अंतर्गत अब बच्चों को दिए जाने वाले भोजन में बैगन और पत्तेदार साग की सब्जी पर अगले दो महीनों तक रोक लगा दी गई है. इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी महताब रहमानी ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी प्रधानाध्यापकों और विद्यालय प्रभारियों को लिखित रूप से निर्देशित कर दिया गया है कि वे बैगन और पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग भोजन में न करें.

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यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एहतियातन लिया गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार बरसात के मौसम में साग-पात और पत्तेदार सब्जियों में कीटाणु, बैक्टीरिया और फफूंद पनपने की संभावना अधिक होती है। यदि इनका सही तरीके से सफाई और पकाने की प्रक्रिया नहीं अपनाई गई तो ये सब्जियाँ बच्चों के शरीर में संक्रमण फैला सकती हैं, जिससे दस्त, उल्टी, पेट दर्द और टायफॉइड जैसी बीमारियां हो सकती हैं। महताब रहमानी ने बताया कि हम बच्चों के पोषण के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। बरसात के समय पत्तेदार सागों में गंदगी और कीटाणुओं की संभावना काफी अधिक होती है. इसलिए फिलहाल दो माह तक बैगन और सभी प्रकार के साग को मिड डे मील से बाहर कर दिया गया है.

शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में सभी प्रारंभिक विद्यालयों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे मिड डे मील में इस्तेमाल हो रही सब्जियों और सामग्री की गुणवत्ता की नियमित निगरानी करें। प्रत्येक विद्यालय में मिड डे मील प्रभारी शिक्षक, रसोइया व प्रधानाध्यापक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे भोजन बनने से लेकर बच्चों को परोसने तक हर चरण की जांच सुनिश्चित करें.

इसके साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि भोजन बनाने से पूर्व रसोइया हैंड वॉश, सब्जियों की स्वच्छ धुलाई, तथा खाद्य सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करें। बरसात के दौरान साफ पानी और सूखे ईंधन के प्रयोग की सलाह भी दी गई है, ताकि भोजन दूषित न हो. इस निर्णय की जानकारी मिलते ही कई अभिभावकों ने शिक्षा विभाग की पहल की सराहना की है.

उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों को मिलने वाला भोजन अगर संक्रमण से सुरक्षित रहेगा, तो यह सभी के लिए राहत की बात होगी.

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