जर्मनी की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। दो बड़े प्रतिद्वंद्वी ब्रांड, Mercedes-Benz और BMW अब इंजन साझेदारी को लेकर एक-दूसरे के करीब आ गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Mercedes अपनी आने वाली पेट्रोल और प्लग-इन हाइब्रिड कारों में BMW का मशहूर B48 चार-सिलेंडर टर्बोचार्ज्ड इंजन लगाने की तैयारी कर रही है।
B48 इंजन पहले से ही BMW और मिनी की कई कारों में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी खासियत यह है कि इसे अलग-अलग कार प्लेटफॉर्म पर फिट किया जा सकता है, चाहे वह ट्रांसवर्स हो या लोंगिट्युडिनल। इस वजह से यह Mercedes की CLA, GLA, GLB, C-क्लास, E-क्लास और आने वाली लिटिल G SUV जैसी कारों में भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकेगा।
वर्तमान में Mercedes के पास केवल 1.5 लीटर का M252 इंजन है, जो माइल्ड-हाइब्रिड टेक्नोलॉजी तक सीमित है। इसे प्लग-इन हाइब्रिड या रेंज-एक्सटेंडर के रूप में उपयोग करना संभव नहीं है। ऐसे में BMW का B48 इंजन Mercedes की कमी को पूरा करेगा और उसकी हाइब्रिड कारों की रेंज को बढ़ाने में मदद करेगा।
इस साझेदारी के तहत इंजन का उत्पादन BMW के ऑस्ट्रिया स्थित स्टायर प्लांट में किया जा सकता है। इसके अलावा, दोनों कंपनियां अमेरिका में एक संयुक्त फैक्ट्री लगाने पर भी विचार कर रही हैं ताकि बढ़ते आयात शुल्क से बचा जा सके।
इस डील से दोनों कंपनियों को लाभ होगा। Mercedes बिना अतिरिक्त R&D खर्च किए तुरंत प्रमाणित और यूरो-7 मानकों वाला इंजन इस्तेमाल कर सकेगी। वहीं BMW को अपनी उत्पादन क्षमता का अधिकतम उपयोग करने का अवसर मिलेगा और इंजन की सप्लाई बढ़ने से उसकी फैक्ट्री की दक्षता भी बढ़ेगी।
अगर यह डील आगे बढ़ती है तो यह जर्मन ऑटो इंडस्ट्री का अब तक का सबसे बड़ा सहयोग होगा, जो हाई-परफॉर्मेंस हाइब्रिड कारों की रेंज को नई दिशा दे सकता है।