ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज (GRMC) में दो हॉस्टलों के छात्रों के बीच वर्चस्व को लेकर हुए झगड़े के बाद कॉलेज प्रबंधन ने सख्त कदम उठाए हैं। प्रबंधन ने 34 छात्रों को हॉस्टल से बाहर निकालते हुए उनके कमरे सील कर दिए हैं। इनमें सरस्वती और रविशंकर हॉस्टल के छात्र शामिल हैं।
कॉलेज डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ ने बताया कि रविवार को 26 छात्रों को हॉस्टल से निकाला गया था और सोमवार को बाकी 8 छात्रों पर भी कार्रवाई की गई। इसके साथ ही प्रबंधन ने छात्रों के अभिभावकों को बुलाकर पूरी घटना की जानकारी देने का निर्णय लिया है। डीन ने स्पष्ट किया कि मेडिकल कॉलेज में रैगिंग पूरी तरह बंद है, लेकिन वर्चस्व दिखाने और जूनियर्स पर दबाव बनाने की वजह से यह झगड़ा हुआ।
जानकारी के अनुसार, शनिवार देर रात दोनों हॉस्टलों के छात्रों के बीच विवाद हुआ था। इसमें नए छात्रों को अपने पक्ष में करने और दबदबा बनाने के लिए सीनियर आमने-सामने आ गए। छात्रों ने बिना प्रबंधन को बताए सीधे कंपू और झांसी रोड थाने में एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी।
कॉलेज प्रशासन ने साफ कर दिया है कि थाने में दर्ज मामलों में वह छात्रों की मदद नहीं करेगा। इसके साथ ही सभी छात्रों पर अनुशासन समिति द्वारा निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। डीन ने कहा कि जिन छात्रों ने झगड़ा किया है, उनके अभिभावकों को बुलाया जाएगा और भविष्य में पढ़ाई जारी रखने के लिए उनसे बांड भरवाया जाएगा।
प्रबंधन ने यह भी निर्णय लिया है कि जिन छात्रों पर झगड़े में शामिल होने का आरोप है, उन्हें कॉलेज की किसी भी गतिविधि में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह कदम कॉलेज में अनुशासन बनाए रखने और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए उठाया गया है।
यह घटना एक बार फिर से मेडिकल कॉलेजों में छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई और अनुशासनहीनता की समस्या को उजागर करती है। कॉलेज प्रशासन का मानना है कि कड़े कदम उठाए बिना इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाना मुश्किल है।