यूपी के कानपुर में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. शहर में निर्माण का टेंडर पास भी नहीं हुआ, सामग्री का टेंडर भी पास नहीं हुआ लेकिन आधे से ज्यादा निर्माण भी हो गया. ऐसे में सीएम योगी भी रविवार को कानपुर आने वाले है तो 9 लोगों को एक साथ कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है. इसमें प्रधान, सचिव और सहायक विकास अधिकारी शामिल हैं.
कानपुर के कई ग्राम पंचायत में अंत्येष्टि स्थल का निर्माण होना था, जिसमें सरगांव, पतारा और भीतरगांव शामिल है. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को शिकायत मिली थी कि इन तीनों जगहों पर अंत्येष्टि स्थल के निर्माण और सामग्री के लिए टेंडर प्रक्रिया हुई भी नहीं और आधे से ज्यादा निर्माण हो भी गया है. इसके बाद डीएम ने जब रिपोर्ट तलब की तो हड़कंप मच गया.
ऐसे हुआ पूरा खेल
रिपोर्ट में पता चला कि तीनों ही जगह तकरीबन 50 प्रतिशत का निर्माण पूरा हो चुका, जबकि टेंडर प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं हुई है. सरकार से अंत्येष्टि स्थल के निर्माण के लिए पैसा तो आया लेकिन टेंडर प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही आधा निर्माण हो गया. सीएम योगी रविवार को कानपुर आने वाले हैं, जिसमें वो समीक्षा बैठक लेने के साथ मेट्रो, कन्वेंशन सेंटर आदि का निरीक्षण भी कर सकते हैं. ऐसे में अंत्येष्टि स्थल का यह खेल सामने आने पर अधिकारियों ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 9 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.
9 लोगों को नोटिस जारी
जिला पंचायत राज अधिकारी ने इस मामले में सरगांव की प्रधान निधि रानी, पतारा की प्रधान अर्चना रानी, भीतरगांव की प्रधान शीलू, भीतरगांव के सचिव बलवान, पतारा के सचिव विक्रम शर्मा, सरगांव के सचिव अमित सिंह राजावत, भीतरगांव के सहायक विकास अधिकारी मनोज उमराव, पतारा के सहायक विकास अधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह और घाटमपुर के सहायक विकास अधिकारी विनोद कुमार झा के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.