Vayam Bharat

RIL निवेशकों को बड़ा तोहफा, मुकेश अंबानी ने बोनस शेयर देने का किया ऐलान

देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी RIL 5 सितंबर को 1:1 रेशियो में बोनस इश्यू देने पर विचार करेगी. कारोबार के विस्तार और मजबूत फाइनेंशियल परफॉर्मेंस को देखते हुए कंपनी ने यह ऐलान किया है. इस बारे में मुकेश अंबानी ने RIL AGM में जानकारी दी है.

Advertisement

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के नेतृत्व वाली देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं सालाना आम बैठक (Reliance AGM) में बड़ा ऐलान किया गया है. दोपहर 2 बजे मुकेश अंबानी के संबोधन के साथ इसकी शुरुआत हुई. AGM शुरू होने के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर तेज रफ्तार से भागने लगा और 2 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया.

मुकेश अंबानी ने बोनस शेयर का ऐलान किया है. उन्‍होंने कहा कि शेयर होल्‍डर्स को 1 शेयर के बदले एक शेयर बोनस के तौर पर दिया जाएगा. हालांकि 5 स‍ितंबर को बोर्ड बैठक होने वाली है, जिसमें बोनस शेयर जारी करने के लिए अनुमति ली जाएगी. मुकेश अंबानी के बोनस शेयर ऐलान के बाद रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के शेयर करीब 2 फीसदी चढ़कर 3,050.65 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के शेयरों ने एक साल में 26 फीसदी का रिटर्न दिया है.

कंपनी ने कब-कब दिया बोनस शेयर?
बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 1 जनवरी, 2000 से अपने शेयर की फेस वैल्यू स्प्लिट नहीं की है. वहीं कंपनी 26 नवंबर, 2009 से दो बार बोनस शेयर दे चुकी है. अब एक बार फिर बोनस शेयर देने का ऐलान किया है. कंपनी ने हर बार 1:1 रेश्यो के साथ बोनस शेयर दिया है. कंपनी ने आखिरी बार 7 सितंबर, 2017 की एक्स-डेट के साथ बोनस देने का ऐलान किया था.

रिलायंस ने क्रिएट किए लाखों जॉब्‍स
AGM में मुकेश अंबानी ने कहा कि रोजगार के मोर्चे पर रिलायंस नए इंसेटिव बेस्ड इंगेजमेंट मॉडल पर काम कर रही है. कंपनी ने पिछले साल 1.7 लाख नई जॉब क्रिएट की है. इस कड़ी में उनकी कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में रिसर्च और डेवलपमेंट पर 437 मिलियन डॉलर खर्च किए. जियो फाइनेंशियल सर्विसेज सोसायटी के लिए ग्रेट वैल्यू क्रिएट करने में लगातार जुटी है.

दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनेगा भारत
मुकेश अंबानी ने Reliance AGM को संबोधित करते हुए कहा कि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. IMF का अनुमान है कि 2027 दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनेगी और जर्मनी व जापान को पीछे छोड़ देगी.

Advertisements