छत्तीसगढ़ में लंबे समय से जारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission – NHM) कर्मचारियों की हड़ताल आखिरकार खत्म हो गई है। रविवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल (Shyam Bihari Jaiswal) और आंदोलनरत कर्मियों के प्रतिनिधियों के बीच विस्तृत बातचीत हुई। बैठक के बाद दोनों पक्ष इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हड़ताल खत्म कर कर्मचारी जल्द से जल्द काम पर लौटें
स्वास्थ्य सेवाएं अब पटरी पर लौटेंगी
राज्य के 16 हजार से अधिक एनएचएम कर्मी (NHM workers) पिछले कई दिनों से हड़ताल पर थे, जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही थीं। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका असर दिखा। अब हड़ताल समाप्त होने से मरीजों को फिर से राहत मिलने की उम्मीद है।
सरकार ने मानीं चार मांगें, तीन पर बनी कमेटी
बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कर्मचारियों की कुल चार मांगों को तत्काल मान लिया गया है। इनमें सेवा शर्तों में सुधार और कार्यस्थल पर सुरक्षा जैसी प्रमुख बातें शामिल हैं। इसके अलावा तीन मांगों पर कमेटी बनाई गई है, जो इन पर विस्तार से तीन महीने में रिपोर्ट पेश करेगी। शेष तीन मांगों पर उच्च स्तरीय चर्चा करने का आश्वासन दिया गया है।
ये 4 मांगे पूरी
5% की वेतन वृद्धि जुलाई 2023 से की मांग पूरी
30 दिनों का वैतनिक अवकाश की मांग पूरी
वार्षिक कार्य मूल्यांकन में पारदर्शिता मांग पूरी
कैशलेस चिकित्सा बीमा 5 लाख तक का मांग मानी गई
इन मांगों के लिए सरकार करेगी कमेटी का गठन
ग्रेड पे निर्धारण,
अनुकंपा नियुक्ति
स्थानांतरण की मांग पर कमेटी गठित
बर्खास्त और नोटिस पाए कर्मियों को राहत
सरकार ने हड़ताल के दौरान बर्खास्त किए गए कर्मचारियों की बहाली पर भी सकारात्मक रुख दिखाया है। जिन लोगों को एक माह का नोटिस जारी किया गया था, अगर वे वापस काम पर लौटते हैं तो उनके नोटिस को रद्द कर दिया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में कर्मचारियों को राहत मिली है।
हड़ताल खत्म होने के फैसले से एनएचएम कर्मचारियों में संतोष है। उनका कहना है कि सरकार ने उनकी प्रमुख समस्याओं को गंभीरता से सुना और समाधान की दिशा में कदम उठाया। दूसरी ओर, सरकार को भी राहत मिली है क्योंकि स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य होने से जनता की नाराजगी कम होगी।