जौनपुर दीवानी न्यायालय में बेलाव दोहरा हत्याकांड मामले में फैसला सुनाते हुए MP/MLA कोर्ट ने पूर्व सांसद और बाहुबली नेता धनंजय सिंह को बरी कर दिया है. जज मो. शारिक सिद्दीकी ने फैसला सुनाते हुए धनंजय सिंह समेत 4 लोगों को बरी किया है.
कोर्ट के फैसले पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा उन्हें पूरी उम्मीद थी कि न्यायपालिका से उन्हें न्याय मिलेगा. क्योंकि, मामला पूरी तरह से पॉलिटिकल मोटिवेटेड था. उस वक्त मैं बसपा से सांसद था और अमर सिंह से मिलने जेल में चला गया था. उसके बाद मेरा पार्टी से निष्कासन कर दिया गया था. मुझे जिले में आने से रोका गया था और धारा 144 भी लगा दी गई थी.
उन्होंने कहा कि जनवरी-फरवरी 2010 के आसपास एक हत्या हुई थी, जिसमें 2011 नवंबर में मेरा नाम शामिल करवा दिया गया था. मैंने पार्टी में माफी नहीं मांगी थी जिसके चलते ये सब हुआ. एक बार इसमें CB-CID की रिपोर्ट लग चुकी थी फिर इसमें दोबारा CB-CID की रिपोर्ट लगी. 15 साल का समय लगा लेकिन आखिरकार न्याय मिल गया.
धनंजय सिंह के अधिवक्ता उमेश शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि 2010 में बेलाव घाट में डबल मर्डर हुआ था. इसकी विवेचना तीन अधिकारियों द्वारा की गई थी. डेढ़ साल बाद इस मामले में धनंजय सिंह, आशुतोष सिंह, सुनीत सिंह और पुनीत सिंह पर चार्ज बने थे. लेकिन इस मामले में कोई भी साक्ष्य नहीं था. इस मामले में 20 गवाह प्रस्तुत हुए थे लेकिन किसी ने भी उसका सपोर्ट नहीं किया. मुकदमा लगभग 15 साल तक चला. शुक्ला ने कहा कि यह केस पूरी तरह से पॉलिटिकल इंप्लिकेट किया गया था.