Vayam Bharat

संभल में खुदाई पर आचार्य सत्येंद्र दास का बड़ा बयान, कहा- मिल रहे हिन्दू पक्ष के सारे सबूत

Sambhal News: संभल में लगातार अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा है, जिसके साथ ही संभल के दबे हुए कई राज सामने आने लगे हैं. सँभल में मंदिर से लेकर कूपों का पता चला है तो वहीं इस बीत डेढ़ सौ साल की पुरानी रानी की प्राचीन बावड़ी का भी खुलासा हुआ है. जिसके बाद प्रशासन ने वहां साफ-सफाई शुरू करवा दी है. इस बीच संभल को लेकर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होने कहा कि संभल में जिस तरह के सबूत मिल रहे हैं उससे कोर्ट भी यहां मंदिर के पक्ष में फैसला देने को मजबूर हो जाएगा.

Advertisement

आचार्य सत्येंद्र दास ने संभल में हो रही खुदाई और प्रशासनिक कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “संभल में जहां सर्वे नहीं करने देते थे, वहां पर खुदाई शुरू है. अब इस खुदाई में सारे सबूत हिंदू पक्ष की ओर नजर आ रहे हैं, चाहे जो भी मिले. वहां सुरंग मिली है और कई तरह चीजें मिली हैं जो प्रमाण देती है कि वहां पहले मंदिर था और उस पर कब्जा किया गया और मंदिर को ध्वस्त करके इस्लामिक रूप में देने के लिए ये प्रयास किया गया.

 

संभल में खुदाई से सामने आए मंदिर के सबूत
मुख्य पुजारी ने कहा कि खुदाई से सबकुछ पता चल रहा है. इसलिए जो भी काम वहां चल रहा है वो बनावटी नहीं है. ऐसा नही है कि हवा है…कि ऊपर से कोई जोड़कर ऐसा किया गया हो. वास्तविकता यही है कि यहां मंदिर के अवशेष हैं और सबकुछ प्रमाण के रूप में प्रस्तुत है और उसे सरकार भी जानेगी इसे कोर्ट भी जानेगा. इसे देखने के बाद और सार सबूत देखने के बाद कोर्ट मंदिर के पक्ष में फैसला देने के लिए मजबूर हो जाएगी. वहां मंदिर था और मंदिर के ही अवशेष मिल रहे है.

बता दें कि संभल में अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान सबसे पहले शिव मंदिर मिला था, जिसके बाद प्रशासन ने जब आगे की कार्रवाई की तो मंदिर के पास एक प्राचीन कूप भी मिला, जिसमें से भगवान श्री गणेश, कार्तिकेय और माता पार्वती की मूर्तियां बरामद हुईं. इसके बाद संभल में ही सालों से बंद पड़े राधा कृष्ण मंदिर को भी खुलवाया गया और अब 150 साल पुरानी बावड़ी मिली है. ये बावड़ी रानी सुरेंद्र बाला की बताई जा रही है. जहां वो विश्राम किया करती थीं.

Advertisements