दिग्गज ग्लोबल इन्वेस्टर राजीव जैन के नेतृत्व वाली GQG पार्टनर्स ने अदाणी ग्रुप में एक बार फिर बड़ा दांव खेला है. GQG ने अदाणी की 5 अलग-अलग कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है. केवल GQG ही नहीं, देश की सरकारी बीमा कंपनी LIC ने भी अदाणी ग्रुप की 3 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है.
जहां ग्लोबल इन्वेस्टर्स दुनिया के अलग-अलग बाजारों से दूरी बना रहे हैं, वहीं GQG और LIC ने अदाणी ग्रुप की क्षमता को पहचानते हुए पोर्ट्स से लेकर पावर तक, पूरे अदाणी पोर्टफोलियो में फिर से मजबूत पकड़ बना ली है.
अदाणी ग्रुप 2024 के अंत में अमेरिका में लगाए गए झूठे आरोपों के बावजूद मजबूती से उभर कर सामने आया है. अमेरिका की DOJ (डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस) और SEC (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन) ने दावा किया था कि अदाणी के अधिकारियों ने भारत में सोलर कॉन्ट्रैक्ट्स पाने के लिए रिश्वत दी. हालांकि अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया और इससे इनकार किया.
अब जब ये मामला शांत होता नजर आ रहा है और ग्लोबल इन्वेस्टर्स सेंटिमेंट में स्थिरता लौट रही है, GQG ने एक बार फिर अदाणी पर भरोसा जताया है.
GQG ने किन कंपनियों में बढ़ाई हिस्सेदारी?
मार्च तिमाही के दौरान GQG ने अदाणी ग्रुप की 5 कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई है. अदाणी पोर्ट्स में तो GQG ने पूरी तरह से यू-टर्न ले लिया है. दिसंबर तिमाही में इसने अपनी हिस्सेदारी कम की थी, लेकिन अब काफी बढ़ा दी है. दिसंबर 2024 तिमाही की तुलना में अदाणी ग्रुप की अलग-अलग कंपनियों में GQG ने अपनी हिस्सेदारी करीब 250 बेसिस प्वाइंटस तक बढ़ा दी है.
- अदाणी पोर्ट्स: दिसंबर तिमाही के 1.46% से 247 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर हिस्सेदारी 3.93% कर दी है.
- अदाणी ग्रीन एनर्जी: हिस्सेदारी में 28 बेसिस प्वाइंट की बढ़त के साथ अब यह 4.49% हो गई है.
- अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस: इस कंपनी में GQG की हिस्सेदारी 13 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 5.23% पहुंची.
- अदाणी एंटरप्राइजेज: इस फ्लैगशिप कंपनी में GQG की हिस्सेदारी 17 बेसिस प्वाइंट बढ़कर अब 3.84% पहुंची.
- अदाणी पावर: इसमें भी हल्की बढ़त के साथ हिस्सेदारी 5.1% हो गई.
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LIC ने किन कंपनियों में बढ़ाई हिस्सेदारी?
- अदाणी पोर्ट्स: दिसंबर तिमाही के 7.86% से बढ़ाकर हिस्सेदारी 8.10% कर दी है.
- अदाणी एंटरप्राइजेज: इसमें LIC की हिस्सेदारी 4.02% से बढ़कर अब 4.16% पहुंची.
- अंबुजा सीमेंट: इसमें LIC की हिस्सेदारी 5.07% से बढ़कर अब 5.55% पहुंची.
- ACC: इस कंपनी में LIC की हिस्सेदारी 6.57% से बढ़कर अब 7.69% पहुंची.
- अनिश्चितता के बीच जताया भरोसा
ये निवेश ऐसे समय में बढ़ा है, जब अदाणी के शेयर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ पॉलिसियों की वजह से पहले से दबाव में थे. ट्रंप की आर्थिक नीतियों से इमर्जिंग मार्केट्स, यानी उभरते बाजारों की धारणा पर असर पड़ा था. लेकिन इसके बावजूद GQG और LIC का ये कदम बताता है कि निवेशक अदाणी ग्रुप को लेकर लंबी अवधि का भरोसा रखते हैं.GQG का बढ़ता निवेश साफ दिखाता है कि अदाणी ग्रुप पर से कानूनी और कारोबारी दबाव धीरे-धीरे हट रहा है. साथ ही, ये भी कि वैश्विक निवेशक फिर से भारत की बड़ी कंपनियों में मौका देख रहे हैं. राजीव जैन की GQG पहले भी अदाणी ग्रुप की बड़ी समर्थक रही है और अब फिर से बढ़ी हुई हिस्सेदारी के साथ वो अपने भरोसे को पुख्ता कर रही है.