औरंगाबाद: जिले के रफीगंज रेलवे स्टेशन के धावा नदी रेल पुल पर वर्ष 2002 में 9 सितम्बर की देर रात्रि में राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हुई थी और इस दुर्घटना में 133 लोग असमय काल के गाल में समा गए. इस हादसे ने देश को मर्माहत कर दिया था और लोगों ने देश के रेल परिचालन पर सवाल खड़ा कर दिया कि राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त कैसे हो गई. हादसे के बाद रेलवे विभाग और बिहार सरकार आमने सामने हो गई और जांच का लंबा दौर चला.लेकिन मामला ढाक के तीन पात वाली ही रही.
बहरहाल सरकारी मशीनरी आरोप प्रत्यारोप में लगी रही, लेकिन स्थानीय लोग इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ तब तक खड़े रहे जब तक हादसे के बाद का रेस्क्यू समाप्त नहीं हुआ.हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने इस हादसे की बरसी मनाकर आज तक लगातार मृतक आत्म की शांति की प्रार्थना करते हैं. मंगलवार की रात भी स्थानीय लोगों ने रेलकर्मियों के साथ मिलकर राजधानी एक्सप्रेस के आने के पूर्व घटनास्थल पर पहुंचकर अगरबत्ती जलाकर तथा नारियल फोड़कर पटरी की विधिवत पूजा की और मृतक आत्मा की शांति के लिए हाथों में कैंडल लेकर दो मिनट का मौन रखा और अपनी श्रद्धांजलि दी.
रेल अधिकारी गौरव कुमार ने बताया कि 2002 में आज ही के दिन 2301 अप हावड़ा – नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी जिसमें 133 लोग मारे गए थे. ऐसी दुर्घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसी के लेकर हमलोग हर वर्ष इस दिन रात्रि 10:45 पर जब राजधानी ट्रेन के आने का समय होता है उससे पूर्व धावा नदी रेल पुल पर रेल पटरी की पूजा – अर्चना करते हैं और श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
समाजसेवी तुलसी यादव ने बताया कि इस दुर्घटना में मृत लोगों की आत्मा की शांति हेतु कैंडिल जलाकर 2 मिनट का मौन रखा गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में रेलकर्मी और स्थानीय नागरिक उपस्थित थे.गौरतलब है कि हादसे के बाद प्रतिवर्ष रेलकर्मियों एवं स्थानीय लोगों के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करना यहां के लोगों में बसे मानवता को प्रदर्शित करता है. लोगो का मानना है कि देश के कई जगहों पर ट्रेन हादसे हुए मगर रफीगंज इकलौता शहर है जहां आज भी हादसे में मृत हुए आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती है.पटरी पूजा के दौरान स्थानीय नागरिकों में दीपेंद्र कुमार, राजबल्भ, अरविंद कुमार निराला, दिलीप कुमार, प्रेमचंद लकडा़, एयर मार्शल, सत्य प्रकाश आजाद, रात्रि प्रहरी महिप कुमार, रविशंकर, आर पी एफ कर्मी संजय कुमार, सत्येंद्र यादव, मनोज कुमार मधुकर, दिनेश कुमार सुरज, सुनील कुमार दीप, पूर्व उप मुख्य पार्षद हरेंद्र, किशु गुप्ता जिला उपाध्यक्ष जेडीयू आईटी सेल औरंगाबाद, कुंदन, पप्पू, संदीप, अजय, लाला, मंदीप, जयदीप, राहुल गुप्ता, जितेंद्र कुमार, विशाल, चिंटु, गौतम कुमार, अतुल कुमार, नीरज कुमार आदि मौजूद रहे.