Bihar: सुपौल में असामाजिक तत्वों ने दुर्गा मंदिर में मचाया उपद्रव, खबर में जानिये पूरा मामला

सुपौल: जिले के बसंतपुर प्रखंड की हृदयनगर पंचायत वार्ड 12 स्थित दुर्गा मंदिर में असामाजिक तत्वों ने ताला तोड़ मंदिर में कलश व पूजा के वस्तुओं को क्षत-विक्षत कर दिया. वहीं कलश के ऊपर रखे नारियल को फोड़कर जलाकर उसे नष्ट करने का प्रयास किया.

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मामले की जानकारी मिलते ही एसडीएम वीरपुर नीरज कुमार, एसडीपीओ वीरपुर सुरेंद्र कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर अनुप्रिया तथा थानाध्यक्ष राज किशोर मंडल दलबल के साथ मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया. असामाजिक तत्वों ने मंदिर से 50 मीटर दूर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र का भी ताला तोड़ कर उप स्वास्थ्य केंद्र में भी रखे कागजात व अन्य सामान को नष्ट करने का प्रयास किया. घटना को प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए एफएसएल और डाग स्क्वायड की टीम को घटना स्थल पर बुलाकर घटना को उजागर करने का प्रयास किया। घटनास्थल पर पहुंची एफएसएल की टीम मंदिर से फिंगर प्रिंट सहित अन्य सैंपल ले गई. डाग स्क्वायड टीम को फिलहाल कोई सफलता नहीं मिली है. घटना को लेकर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा मंदिर में पूजा तथा पूजा से संबंधित सामान को क्षत-विक्षत किया गया है. एंपलीफायर, मोटर पंप आदि सुरक्षित हैं. एफएसएल की टीम तथा डाग स्क्वायड से जांच कराई गई है. इस घटना में जिला अनुसंधान शाखा इकाई से भी मदद ली जा रही है. जल्द ही सभी असामाजिक तत्व बेनकाब होंगे.

घटना का लेकर ग्रामीणों में आक्रोश

मंदिर में हुई घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम नीरज कुमार, एसडीपीओ सुरेन्द्र कुमार, थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल, रतनपुर, भीमनगर एवं बलुआ थाने की पुलिस एवं एसएफएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझा-बुझाकर स्थिति को नियंत्रण में किया. ग्रामीण विजय देव, प्रकाश देव, आशीष देव, मुखिया हृदयनगर संतोष कुमार मेहता ने लोगों को समझा बुझाकर शांत करवाया. प्रशासन के द्वारा ग्रामीणों को इस मामले को तीन दिनों के भीतर उद्दभेदन का आश्वासन देने के उपरांत लोग माने. मंदिर की साफ-सफाई कर पूजा प्रारंभ किया गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी शैशव यादव भी घटना स्थल पर पहुंचे एवं घटना का मुआयना किया. ग्रामीणों को आश्वासत किया कि जल्द ही उद्दभेदन कर दोषी पर कार्रवाई होगी. घटना स्थल पर स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल की नियुक्ति एक सप्ताह के लिए कर दी गई है.

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