औरंगाबाद : औरंगाबाद जिले के दाऊदनगर के तरारी गांव में 37 वर्षीय युवक ने मामूली कहासुनी के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान तरार निवासी शिव सिंह के बेटे संजय कुमार सिंह के रूप में हुई है, जो पैर से दिव्यांग और बेरोजगार था.जानकारी के अनुसार, मृतक के छोटे भाई अजय ने शनिवार को उसे 1500 रुपए दिए थे ताकि वह बहन के ससुराल जाकर राखी बंधवा सके. लेकिन संजय ने यह पैसे अपनी पत्नी और बच्चों के खर्च में लगा दिए, जिससे बहन के पास जाने के लिए उसके पास पैसे नहीं बचे. जब छोटे भाई ने उससे इस बारे में पूछा कि पैसे देने के बावजूद वह क्यों नहीं गया, तो संजय ने कहा—”जिसको राखी बांधना है, उसको खुद आना चाहिए.” इस पर दोनों भाइयों में कहासुनी हो गई.
बताया जाता है कि भाई की डांट और ताने संजय को नागवार गुजरे और रात में उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी.घटना के समय उसकी पत्नी घर में सो रही थी। अगले दिन, रविवार सुबह जब मां झाड़ू लगा रही थी, तब किचन में संजय का शव फंदे से लटका मिला.पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें संजय ने लिखा—”मेरी ही गलती है, मुझे भाई से ऐसे नहीं बोलना चाहिए था.अपनी मौत के लिए मैं खुद जिम्मेदार हूं.” पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है और मामले की जांच कर रही है.
परिजनों का कहना है कि त्योहार के समय पैसों की कमी और बेरोजगारी ने संजय को मानसिक रूप से कमजोर कर दिया था. महज 1500 रुपए को लेकर हुई यह कहासुनी एक परिवार के लिए हमेशा के लिए दर्दनाक याद बन गई.