Bihar: कटिहार में आयोजित एक समारोह में बेटियों को आत्मनिर्भरता और बदलाव की प्रतीक के रूप में सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में सीमांचल क्षेत्र की 200 से अधिक बेटियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई. कार्यक्रम का उद्घाटन महापौर कटिहार उषा अग्रवाल, जिला परिषद अध्यक्ष रश्मि सिंह, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने किया.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में समाजिक वर्जनाओं पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म “झटका” का प्रीमियर, बदलाव के लिए तत्पर बेटियों को सम्मान शामिल थे. इसके अलावा मीडिया के प्रतिनिधियो को भी सम्मानित किया गया किया गया.
भूमिका विहार की निदेशक शिल्पी सिंह ने कहा कि यह आयोजन पारंपरिक सोच को चुनौती देने का प्रयास है, जो बेटियों को बोझ समझता है. उन्होंने कहा, “यह मंच और अवसर सिर्फ बेटियों के लिए है, जिससे वे अपने अधिकारों को पहचानें और समाज में बदलाव लाएं.”
कार्यक्रम के सफल आयोजन बनाने में कई लोगों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई. भूमिका विहार का यह प्रयास एक मजबूत संदेश देता है कि बेटियां समाज में बदलाव की प्रतीक हैं और उनकी शिक्षा और सशक्तिकरण से एक बेहतर भविष्य का निर्माण संभव है.
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए प्रेरित करना था. यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम है जो बेटियों को समाज में उनके अधिकारों को पहचानने और बदलाव लाने में मदद करेगा.
कार्यक्रम के दौरान, बेटियों ने अपने अनुभव और संघर्षों को साझा किया. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष किया और कैसे उन्होंने अपने परिवार और समाज को बदलने में मदद की.
इस कार्यक्रम का समापन एक सकारात्मक नोट पर हुआ, जिसमें बेटियों को उनके संघर्षों और उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया. यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बेटियों को समाज में उनके अधिकारों को पहचानने और बदलाव लाने में मदद करेगा.