बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षाओं में गड़बड़ियों और छात्रों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ राजधानी पटना में छात्रों का प्रदर्शन जारी है. गांधी मैदान में जुटे हजारों अभ्यर्थियों के आंदोलन को देखते हुए प्रशांत किशोर (पीके) ने छात्रों का समर्थन करते हुए सरकार से उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई की अपील की है.
मुख्य सचिव से वार्ता का प्रस्ताव
प्रशांत किशोर ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि सरकार ने बातचीत के लिए कदम बढ़ाया है. उन्होंने कहा, “छात्रों की पांच सदस्यों की समिति मुख्य सचिव से मिलकर अपनी मांगें रखेगी. अगर बातचीत सफल होती है और छात्र संतुष्ट होते हैं, तो आंदोलन के आगे के कदम पर विचार किया जाएगा. अगर छात्र संतुष्ट नहीं होते हैं, तो कल हम सभी मिलकर आंदोलन की अगली रणनीति तय करेंगे.”
#WATCH | Bihar | BPSC aspirants continue their protest in Patna's Gandhi Maidan, demanding a re-exam to be held for the 70th BPSC prelims pic.twitter.com/CYz4cgMt8Q
— ANI (@ANI) December 29, 2024
छात्रों के लिए समर्थन का वादा
प्रशांत किशोर ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि वे उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा, “पूरी ताकत के साथ मैं छात्रों के साथ खड़ा हूं. जब तक आपकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे.” उन्होंने छात्रों से शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन जारी रखने की अपील भी की.
सरकार के रुख पर नजर
गौरतलब है कि BPSC परीक्षा के हालिया आयोजन में अनियमितताओं और री-एग्जाम की मांग को लेकर छात्र लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाए. अब सबकी नजर मुख्य सचिव और छात्रों के बीच होने वाली वार्ता पर टिकी है, जो आंदोलन के भविष्य की दिशा तय करेगी.
आगे की रणनीति पर चर्चा
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्य सचिव के साथ वार्ता के परिणाम के बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी. अगर वार्ता असफल रहती है, तो छात्रों के साथ मिलकर अगले चरण की लड़ाई का निर्णय लिया जाएगा.
आंदोलन के समर्थन में बढ़ रही भागीदारी
इस आंदोलन को विभिन्न छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों का समर्थन मिल रहा है. पीके ने छात्रों को बताया कि एकजुटता और दृढ़ता से ही यह लड़ाई जीती जा सकती है. गांधी मैदान में प्रदर्शन के बीच प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. गांधी मैदान से निकलकर छात्रों ने सीएम आवास का रुख किया था लेकिन उन्हें जेपी गोलंबर के पास रोक दिया गया. इस बीच पुलिस हल्का लाठी चार्ज भी किया, मौके पर वाटर कैनन भी मौजूद है. हालांकि अब अधिकारियों से भरोसा मिलने के बाद स्थिति काबू में है.