बिहार भू माफियाओं का गढ़ बनता जा रहा हैं. हालात यह है कि भूमि विवाद में लगातार हत्याओं का सिलसिला जारी है. NCRB के आंकड़ों की बात करें तो लगभग 65% हत्याएं भूमि विवाद में होती है. भूमि विवाद के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए सरकार ने भूमि सर्वे शुरु किया हैं. राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने भू माफियाओं पर नकेल कसने के लिए भूमि सर्वे का काम शुरु करने का निर्देश भी जारी कर दिया हैं. लेकिन सवाल हैं कि, सत्ता में संरक्षित भू माफियाओं पर लगाम लगाना पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती हैं. हालाकि कई बार भू माफियाओं के साथ पुलिस प्रशासन की मिलीभगत की बात भी जग जाहिर, जो सरकार के लिए सिर दर्द बनता जा रहा हैं.
राजधानी पटना से सटे दानापुर शाहपुर थाना क्षेत्र के सरारी गांव में भाजपा के पुर्व विधायक आशा सिन्हा के बेटे की दबंगई की तस्वीर सामने आई हैं
मामला 1 अक्टूबर का है जहां शाहपुर थाना क्षेत्र के सरारी गांव में रहने वाले अर्जुन चौधरी के आवासीय जमीन की चारदीवारी को जेसीबी मशीन के माध्यम से आधी रात लगभग 10:30 बजे ढाह दिया. इस घटना की पुरी तस्वीर मकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.
थाने में दर्ज हुआ FIR
अर्जुन चौधरी (पीड़ित) ने इस मामले में शाहपुर थाने में भाजपा की पुर्व विधायक आशा सिन्हा के बेटे सच्चिदानंद सिन्हा सहित कुल 4 लोगों के खिलाफ रंगदारी एवं अन्य संगीन धाराओं में मामला दर्ज कराया है. अर्जुन चौधरी ने अपने लिखित आवेदन में कहा है कि भाजपा के पुर्व विधायक आशा सिन्हा के बेटे सच्चिदानंद सिन्हा अपने 10- 15 साथियों के साथ मिलकर 1 अक्टूबर की आधी रात जेसीबी के माध्यम से मकान की चारदीवारी को ढाह दिया. जिसकी तस्वीर मकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे कैद हो गई.
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई भाजपा नेत्री के बेटे की दबंगई
सीसीटीव कैमरे का एक वीडियो देख कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि, सत्ता के संरक्षण में बदमाश कितने बेखौफ हो जाते है. जिन्हें पुलिस का कोई खौफ नहीं रहता. सत्ता के नशें में चूर बेखौफ घटना को अंजाम देते है.
15 लाख की मांगी रंगदारी
पटना पश्चिमी एसपी आर एस सरथ से मिलने पहुंचे पीड़ित अर्जुन चौधरी ने बताया कि केस करने के बाद भी दबंगों के द्वारा रंगदारी की मांग की जा रही हैं. मेरे मकान पर कब्जा करने की मनसा से बार- बार आकर डराया धमकाया जा रहा हैं और स्थानीय थाना सिर्फ कागजी खानापूर्ति में लगी हुई हैं. भाजपा नेत्री के बेटे सच्चिदानंद सिन्हा इस घटना का मुख्य आरोपी है. इस बात से साफ जाहिर होता है कि भाजपा नेत्री के बेटे का नाम सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस डेढ़ महीना बीत जाने के बाद भी कारवाई नहीं कर पा रही हैं. जिससे पीड़ित परिवार पुलिस अधिकारीयों के दफ्तर में चक्कर लगाने को मजबूर हैं.
एसपी ने दिए जांच के आदेश
पटना पश्चिमी एसपी शरत आर एस के कार्यालय पहुंचे और अपनी आपबीती सुनाई. एसपी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, हमारे पास आज ही या मामला जानकारी में आया है. मैं इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पहले जांच करुंगा और जो भी से सत्यता पाई जाती है उसमें अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
हालांकि अब देखना होगा की, सत्ता के मद में चूर दबंगों पर पुलिस कब तक काबू पा सकती हैं.
बाइट – शरत आर एस ( एसपी पटना पश्चिम )