Vayam Bharat

जीतनराम मांझी का बेटा मंत्री, अब बहू भी बनी विधायक, इमामगंज से दीपा ने जीता चुनाव

बिहार की चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा गया के इमामगंज सीट की ही थी जहां से हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने जीत हासिल की है. इस सीट पर जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी विजयी हुईं हैं.

Advertisement

दीपा मांझी ने इस सीट पर 5945 वोटों के अंतर से RJD उम्मीदवार रौशन मांझी को शिकस्त दी है. उन्हें कुल 53435 वोट मिले हैं. पहली बार चुनाव में उतरी जन सुराज पार्टी इमामगंज में 37103 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रही. दीपा मांझी को टिकट दिए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री मांझी पर परिवारवाद के आरोप भी लगे थे जिस पर उन्होंने सफाई भी दी थी. हालांकि अब उनका यह फैसला सही साबित हुआ है.

इमामगंज सीट का जातीय समीकरण

अगर इमामगंज सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यह इलाका बिहार-झारखंड की सीमा पर है और नक्सल प्रभावित भी रहा है. यहां मुसहर जाती के वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा यानी की 18.6 फीसदी है. खास बात ये है कि जीतन राम मांझी भी मुसहर समुदाय से ही आते हैं. यहां 15.3 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं जबकि यादवों वोटरों की संख्या यहां 13.2 फीसदी हैं. यहां कुर्मी वोटरों की संख्या भी अच्छी खासी है और करीब 10.82 फीसदी कुर्मी जाति के मतदाता हैं.

Advertisements