सुपौल: जिले में जदिया में मवेशी वाहन से पैसे वसूल कर रहे पुलिस पदाधिकारी को घूसखोर कहना एक 17 वर्षीय किशोर के लिए ऐसा मुसीबत खड़ा कर दिया कि, उस बालक को पदाधिकारी के द्वारा न सिर्फ पीटा गया बल्कि उसे सीरिस्ता कमरे में बंद भी कर दिया गया.
मामले को लेकर पीड़ित बालक के दादा जदिया बाजार वार्ड नंबर 3 निवासी श्रवण कुमार अग्रवाल के द्वारा पुलिस अधीक्षक तथा पुलिस उपमहानिरीक्षक सहरसा को घटना के विरुद्ध में दिए गए आवेदन अनुसार बताया गया है कि उनका पोता 17 वर्षीय प्रतीक कुमार अग्रवाल तथा उनका स्टाफ राहुल कुमार बाइक से एसबीआइ शाखा कोरियापट्टी से पैसा जमा कर घर वापस लौट रहा था.
इसी क्रम में हाइवे 91 में कोरियापट्टी पूरब पंचायत के पंचायत भवन के समीप गश्ती कर रही पुलिस पदाधिकारी पुअनि रिंकी कुमारी के द्वारा बकरा से लदा एक पिकअप गाड़ी से 5 सौ रुपये लिया जा रहा था. यह देखकर प्रतीक अपने साथी राहुल से सिर्फ इतना बोला कि देखो पुलिस के द्वारा घूसखोरी की जा रही है और घर की ओर बढ़ता रहा. यह बात पुअनि रिंकी कुमारी के कानों तक पहुंच गई. इसके बाद पुलिस गाड़ी के द्वारा खदेड़ कर दोनों को थाना के समीप होंडा शोरूम के पास ओवरटेक कर रोका गया फिर घूसखोरी की बात क्यों बोला इस बात पर पीटा गया. इससे भी जब दिल नहीं भरा तो सीरिस्ता में लाकर बंद कर दिया गया.
घटना की जानकारी जब इन्हें मिली तो वे थाना पहुंचकर उस पदाधिकारी से अपने पोते के अपराध व पकड़े जाने का कारण पूछ गया तो रिंकी कुमारी के द्वारा उनके साथ भी बदसलूकी की गई. हालांकि प्रभारी थानाध्यक्ष सद्दाम हुसैन के द्वारा बीच बचाव के बाद मामला को तत्काल सुलझाया गया ओर सीरिस्ता में बंद प्रतीक ओर राहुल को छोड़ दिया गया. पूरे घटना क्रम का सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराया है. रिंकी कुमारी के द्वारा यह कोई पहली घटना नहीं है. ऐसे कई मामले है जिसमें उनके द्वारा कई निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर थाना लाया जाता है तथा पैसा लेने के बाद छोड़ दिया जाता है.
उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मांग करते हुए कहा है कि अगर थाना में लगे सीसीटीवी को खंगाला जाय तो और भी कई मामले सामने आएंगे. उन्होंने उक्त मामले की जांच किसी वरीय पदाधिकारी से कराते हुए कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है.