बिहार में जन्माष्टमी की धूम: छह शुभ योग में मनेगा त्योहार, इस्कॉन और महावीर मंदिर में भव्य आयोजन

पटना: आज पूरे बिहार में जन्माष्टमी का पर्व श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों और रोशनी से सजाया गया है. इस बार जन्माष्टमी छह शुभ योगों – वृद्धि योग, ध्रुव योग, श्रीवत्स, गज लक्ष्मी, ध्वांक्ष और बुद्धादित्य – के विशेष संयोग में मनाई जा रही है, जिन्हें धन, सुख, प्रेम और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.पंडित आचार्य राकेश झा ने बताया कि तीन साल बाद कृत्तिका नक्षत्र और वृद्धि योग का यह अद्भुत युग्म संयोग बना है, जो इस पर्व को और अधिक पावन बनाता है.पटना के इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष भव्य आयोजन किया गया है. मंदिर को वृंदावन थीम पर 80 क्विंटल फूलों से सजाया गया है, जो थाईलैंड, कोलकाता, बैंगलोर और बैंकॉक से मंगाए गए हैं. भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक 251 चांदी के कलश और शंखों से किया जाएगा। मंदिर के पट सुबह 7 बजे भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे और रात 1 बजे तक खुले रहेंगे.मायापुरी और वृंदावन से आई भजन-कीर्तन मंडलियां भक्तों को भक्तिरस में सराबोर करेंगी. भीड़ प्रबंधन के लिए इस बार कई पुजारियों को जिम्मेदारी दी गई है ताकि प्रसाद वितरण और दर्शन सुचारू रूप से हो सके.

दूसरी ओर, पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में भी जन्माष्टमी पर विशेष आयोजन किया गया है. मंदिर के दूसरे तल पर विराजमान धनुर्धर अर्जुन संग भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा के समक्ष रात 9 बजे से भजन-कीर्तन और पूजा का कार्यक्रम शुरू होगा. बारिश के मौसम को देखते हुए मंदिर प्रांगण में वाटरप्रूफ पंडाल लगाए गए हैं.श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रसाद वितरण में भी तीन से पांच पुजारियों की विशेष तैनाती की गई है.भक्तों में उत्साह का माहौल है और पूरे राज्य में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की भक्ति लहर बह रही है.आज पूरे बिहार में जन्माष्टमी का पर्व श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है.मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों और रोशनी से सजाया गया है. इस बार जन्माष्टमी छह शुभ योगों – वृद्धि योग, ध्रुव योग, श्रीवत्स, गज लक्ष्मी, ध्वांक्ष और बुद्धादित्य – के विशेष संयोग में मनाई जा रही है, जिन्हें धन, सुख, प्रेम और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.पंडित आचार्य राकेश झा ने बताया कि तीन साल बाद कृत्तिका नक्षत्र और वृद्धि योग का यह अद्भुत युग्म संयोग बना है, जो इस पर्व को और अधिक पावन बनाता है.

पटना के इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष भव्य आयोजन किया गया है.मंदिर को वृंदावन थीम पर 80 क्विंटल फूलों से सजाया गया है, जो थाईलैंड, कोलकाता, बैंगलोर और बैंकॉक से मंगाए गए हैं. भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक 251 चांदी के कलश और शंखों से किया जाएगा. मंदिर के पट सुबह 7 बजे भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे और रात 1 बजे तक खुले रहेंगे. मायापुरी और वृंदावन से आई भजन-कीर्तन मंडलियां भक्तों को भक्तिरस में सराबोर करेंगी. भीड़ प्रबंधन के लिए इस बार कई पुजारियों को जिम्मेदारी दी गई है ताकि प्रसाद वितरण और दर्शन सुचारू रूप से हो सके.दूसरी ओर, पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में भी जन्माष्टमी पर विशेष आयोजन किया गया है. मंदिर के दूसरे तल पर विराजमान धनुर्धर अर्जुन संग भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा के समक्ष रात 9 बजे से भजन-कीर्तन और पूजा का कार्यक्रम शुरू होगा. बारिश के मौसम को देखते हुए मंदिर प्रांगण में वाटरप्रूफ पंडाल लगाए गए हैं.श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रसाद वितरण में भी तीन से पांच पुजारियों की विशेष तैनाती की गई है.भक्तों में उत्साह का माहौल है और पूरे राज्य में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की भक्ति लहर बह रही है.

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