औरंगाबाद: सदर अस्पताल में मंगलवार की रात इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई. मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बिजौली बसडीहा गांव निवासी रामकरण पासवान के रूप में की गई है. मरीज की मौत के बाद रात्रि दस बजे नशे में धुत मरीज के परिजन पहुंचे और ब्लड नहीं मिलने पर हुई मौत का आरोप लगाते हुए ब्लड बैंक में कार्यरत कर्मी रवि मिश्रा की पिटाई कर दी.
परिजनों के द्वारा पिटाई किए जाने के दौरान सदर अस्पताल में अफरा तफरी मच गई. इस दौरान सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मी, नगर थाना के एसआई गोपाल कुमार, सुनील कुमार, मो अख्तर सहायक अवर निरीक्षक के बी यादव एवं अन्य ब्लड बैंक के कर्मियों के पहुंचने पर मामले को नियंत्रित किया गया. इस दौरान काफी देर तक सदर अस्पताल हंगामे का गवाह बना रहा.घटना के बाद आक्रोशित हुए ब्लड बैंक की कर्मी कारवाई की मांग करते हुए ब्लड बैंक को बंद कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल में ब्लड बैंक संचालित कर रही रेडक्रॉस के चेयरमैन सतीश कुमार सिंह और सचिव दीपक कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी लेकर पुलिस प्रशासन से ऐसे असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की मांग की.
बुधवार की सुबह साढ़े छह बजे लैब टेक्नीशियन अमित कुमार सिंह ने बताया कि की सोमवार को मरीज के परिजन ब्लड बैंक पहुंचे और मरीज को चढ़ाने के लिए ब्लड की मांग की. लेकिन ब्लड देने वाला डोनर अनफिट पाया गया। परिजनों से दूसरे डोनर के लिए कहा गया. मगर वे फिर दुबारा नहीं आए और रात्रि में मरीज की मौत के बाद ब्लड नहीं देने की बात कहकर ड्यूटी में रहे रवि मिश्रा की जमकर पिटाई कर दी.
इधर इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार रामकरण पासवान को इलाज के लिए सोमवार को सदर अस्पताल लाया गया था.मगर उनकी स्थिति को गंभीर देखते हुए उन्हें रेफर कर दिया गया. परिजन मरीज को लेकर रोहतास के नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल चले गए. लेकिन वहां से पुनः सदर अस्पताल पहुंचे जहां उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया.चिकित्सकों ने पूर्व में किए गए रेफर का हवाला देते हुए उन्हें हायर सेंटर जाने को कहा क्योंकि मरीज का फीवर 105 डिग्री से नीचे नहीं आ रहा था. ऐसी स्थिति में ब्लड चढ़ना संभव नहीं था. लेकिन परिजन मरीज को लेकर कही नहीं गए और उनकी मौत हो गई.