दरभंगा: शहर के आजमनगर दुर्गा मंदिर के पूजा पंडाल में करंट लगने से 12 साल के बच्चे अमरजीत कुमार की मौत हो गई. घटना के बाद माता-पिता ने बेटे के शव को माता की प्रतिमा के सामने रख दिया और बार-बार उसे जीवित करने की गुहार लगाई. घटना के समय मौजूद लोगों ने बताया कि बच्चे की मां बार-बार रोते हुए कह रही थी, “अरे मां… बेटा तो तेरे दर्शन करने आया था. तेरी पूजा करने आए थे, फिर मेरे बच्चे को क्यों छीन लिया. मेरे बेटे को लौटा दो. हम कैसे रहेंगे.”
जानकारी के अनुसार अमरजीत कुमार अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. माता-पिता दोनों दिव्यांग हैं. घटना वाले दिन शहर में लगातार बारिश हो रही थी, जिससे पंडाल की सजावट में लगे बांस और तार भीग गए थे. खेलते समय बच्चा तार के संपर्क में आ गया और करंट की चपेट में आ गया. कुछ देर तक किसी का ध्यान नहीं गया. अचानक किसी महिला की चीख सुनकर लोग दौड़े और तुरंत बिजली काटकर बच्चे को अलग किया गया.
बच्चे को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। माता-पिता सदमे में थे और उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि उनका इकलौता सहारा अब नहीं रहा. अस्पताल से लौटने के बाद उन्होंने शव को मंदिर के अंदर माता की प्रतिमा के सामने रखा और रो-रोकर मदद मांगी.स्थानीय लोग और उपस्थित श्रद्धालु इस घटना से स्तब्ध रह गए. इस घटना ने सुरक्षा और पूजा पंडालों में बिजली की व्यवस्था के महत्व पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है.